यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन यानी FAA ने बुधवार को बोइंग के 737 मैक्स विमानों को दोबारा उड़ने की इजाजत के संकेत दे दिए. बोइंग के इन विमानों को कुछ हादसों के बाद उड़ने से रोक दिया गया था. हालांकि एविएशन सेक्टर के भारतीय नियामक DGCA ने कहा है कि पहले वह इस संबंध में FAA के आदेश का अध्ययन करेगा, उसके बाद ही इस पर कोई फैसला करेगा.
दो हादसों के बाद उड़ने पर लगा दी गई थी रोक
बोइंग के 737 मैक्स विमानों को मार्च में एक इथोपियन एयरलाइंस के हादसे का शिकार हो जाने के बाद उड़ने से रोक दिया गया था. इससे पहले भी लायन एयर की ओर इंडोनेशिया में उड़ाए जा रहा 737 मैक्स विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. दुर्घटनाओं की जांच के बाद कहा गया था कि विमानों के सॉफ्टवेयर में खराबी हो सकती है. एफएए ने इन विमानों को दोबारा आसमान में लाने से पहले इसकी खराबियों को दूर करने और इसका सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए कहा है.
स्पाइस जेट के पास मैक्स तेरह 737 मैक्स विमान
भारत में डीजीसीए ने कहा है कि इन विमानों को भारतीय आसमान में उड़ाने की इजाजत देने से पहले वह खुद इनकी जांच करेगा. इसके बाद ही वह इन्हें इजाजत देने के बारे में कोई फैसला कर सकता है. इसमें अभी कुछ वक्त लगेगा. भारत में स्पाइसजेट के पास ऐसे 13 विमान हैं. बोइंग कॉमर्शियल एयर प्लेन के सीईओ स्टेन डील ने कहा है कि एफएए का फैसला एक अहम कदम है. हम इस संबंध में आगे भी अमेरिकी नियामक से कदम मिला कर चलेंगे. हमें उम्मीद है कि एफएए के इस फैसले के बाद एयरलाइंस कंपनियां दोबारा 737 मैक्स विमान खरीदने लगेंगी.
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