(Source: Poll of Polls)
US Fed: अमेरिकी फेडरल रिजर्व का ब्याज दरों पर फैसला भारत के बाजार पर क्यों डाल रहा पॉजिटिव असर
Federal Reserve: अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने जुलाई 2023 से अपनी प्रमुख ब्याज दरों को 23 साल के उच्च स्तर पर बनाए रखा है. वहीं महंगाई दर के लगातार टार्गेट तक पहुंचने तक इसे स्थिर रखने का इरादा जताया है.
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US Federal Reserve: अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के बाद कल फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का ऐलान किया. यूएस फेड कमिटी ने सर्वसम्मति से प्रमुख बेंचमार्क ब्याज दरों को बिना बदलाव के 5.25 फीसदी- 5.50 फीसदी पर छोड़ने के लिए मतदान किया. ये लगातार सातवीं बैठक रही जिसमें ब्याज दरों को यथावत रखा गया है.
23 साल के उच्च स्तर पर बरकरार हैं अमेरिका में ब्यााज दरें
अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने जुलाई 2023 से अपनी प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों को 23 साल के उच्चतम स्तर पर बनाए रखा है. इस बार भी एफओएमसी का जो नतीजा आया है वो मोटे तौर पर वॉल स्ट्रीट के अनुमान और बाजार विश्लेषकों के एस्टीमेट के मुताबिक ही रहा है.
भारत के शेयर बाजार को मिले पॉजिटिव संकेत
भारतीय शेयर बाजार के लिए अमेरिकी फेड का फैसला पॉजिटिव संकेत लेकर आया और आज ओपनिंग में इसका ऐसा असर दिखा कि रिकॉर्ड हाई पर जाकर सेंसेक्स और निफ्टी ने ओपनिंग दिखाई है. अमेरिकी बाजारों पर भी इस खबर का असर दिख रहा है और डाओ फ्यूचर्स में भी मजबूती देखी जा रही है. दरअसल शेयर बाजार को फेड की दरों में को बदलाव ना होने से भरोसा मिला है कि ग्लोबल दरों को लेकर भी सेंट्रल बैंकों को आक्रामक रुख अपनाने की जरूरत नहीं है और इससे बाजार को समर्थन मिलता है.
फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के संबोधन की मुख्य बातें
फेड चेयरमैन ने कहा कि हाल के महीनों में अमेरिका में महंगाई दर टार्गट की लिमिट तक गिरने के बावजूद, फेड को ब्याज दरों में तब तक कमी करने की उम्मीद नहीं है जब तक कि उसे फायदा न हो जाए. यूएस फेड को भरोसा है कि महंगाई दर लगातार अपने दो फीसदी के स्तर की ओर बढ़ रही है. फेड पॉलिसीमेकर्स ने मई में हुई पिछली नीति बैठक में दिए गए पूर्वानुमान की तुलना में इस साल के लिए अमेरिकी मुख्य महंगाई दर के पूर्वानुमान को थोड़ा बढ़ा दिया है. हालांकि 2024 के लिए अमेरिकी जीडीपी विकास दर के अनुमान को कायम रखा गया है.
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