US Inflation Data: अमेरिका में फिर से महंगाई 40 साल के उच्चतम स्तरों पर जा पहुंचा है. गुरुवार को जारी किए आंकड़े के मुताबिक खाने-पीने, रहने और मेडिकल केयर पर खर्च में बढ़ोतरी के चलते सितंबर महीने में महंगाई दर 8.2 फीसदी पर जा पहुंची है. अगस्त महीने में महंगाई दर 7.8 फीसदी रहा था. यानि अगस्त के मुकाबले महंगाई दर 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी आई है. 


हालांकि बीते वर्ष सितंबर 2021 में अमेरिका में महंगाई दर 8.3 फीसदी रहा था उसके मुकाबले सितंबर 2022 में महंगाई दर 0.1 फीसदी कम रहा है. महंगाई दर के इस आंकड़े के बाद ब्याज दरे बढ़ने की संभावना और बढ़ गई है. नवंबर महीने में फेजरल रिजर्व की बैठक होगी जिसमें माना जा रहा है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में और भी इजाफा कर सकता है.  


आंकड़ों के मुताबिक कोर कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स जिसमें फूड और एनर्जी शामिल नहीं है वो बढ़कर 6.6 फीसदी पर जा पहुंचा है. जो 1982 के बाद सबसे ज्यादा है. सितंबर महीने में मोटर व्हीकल इंश्योरेंस, हाउसहोल्ड फर्निशिंग्स और शिक्षा की महंगी हुई है. वहीं यूज्ड कार और कपड़ों की कीमतों में कमी आई है.  


सितंबर महीने में फेड रिजर्व ने लगातार तीसरी बार 0.75 फीसदी ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला किया था. फेड रिजर्व महंगाई दर को 2 फीसदी के करीब लाना चाहता है लेकिन ये अभी दूर की कोड़ी बनी हुई है. 


बहरहाल महंगाई के साथ अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर मंदी का साया भी मंडरा रहा है. आईएमएफ ने कहा कि दुनिया को अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अभी और भी बुरे दौर का सामना करना पड़ सकता है और  2023 में मंदी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं. अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और चीन में विकास की रफ्तार थम सकती है.


आईएमएफ के मुताबिक 2022 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था का ग्रोथ रेट 1.6 फीसदी रहने का अनुमान है. तो 2023 में ये घटकर 1 फीसदी तक गिर सकता है. जबकि 2021 में अमेरिका का जीडीपी 5.7 फीसदी रहा था. अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी माना कि मंदी देश में आ सकती है लेकिन अमेरिकी अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत है कि इन चुनौतियों का सामना करने में उसे कोई दिक्कत नहीं आएगी. 


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