(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Adani Ent Share: अडानी के बढ़ते कद का हुआ मुरीद, फ्लैगशिप शेयर को अमेरिकी ब्रोकरेज ने दिया बंपर टारगेट
Adani Enterprises Rally: अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म ने अडानी समूह के फ्लैगशिप शेयर अडानी एंटरप्राइजेज की कवरेज शुरू कर दी है. फर्म का कहना है कि बढ़ते साइज को इग्नोर करना संभव नहीं है...
अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आज शानदार रैली देखी जा रही है. दिन के कारोबार में अडानी एंटरप्राइजेज का भाव 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 3,070 रुपये के पार निकला हुआ है. इस तरह अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर अब अपने एक साल के उच्च स्तर के बेहद करीब पहुंच गया है.
इस कारण हुई कवरेज पर मजबूर
अडानी समूह के फ्लैगशिप शेयर में यह शानदार तेजी ऐसे समय देखी जा रही है, जब अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म कैंटोर फित्जगेराल्ड ने अडानी एंटरप्राइजेज के लिए कवरेज शुरू किया है. ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि अडानी समूह का कद इस कदर बढ़ रहा है कि उसे इग्नोर करना मुश्किल है. इसी बढ़ते कद के कारण कैंटोर ने अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर को कवर करना शुरू किया है.
ब्रोकरेज फर्म ने दिया इतना टारगेट
कैंटोर फित्जगेराल्ड को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में काफी संभावनाएं भी दिख रही हैं. फर्म ने अडानी के सबसे प्रमुख शेयर को 4,368 रुपये का टारगेट दिया है. यह आज बाजार ओपन होने से पहले के भाव की तुलना में 51 फीसदी ऊपर है. इतना ही नहीं बल्कि कैंटोर का टारगेट अडानी एंटरप्राइजेज के 52-वीक के हाई लेवल 3,199 रुपये की तुलना में भी 36.54 फीसदी ऊपर है. यह बताता है कि अडानी एंटप्राइजेज का शेयर अभी और ऊपर जाने वाला है.
साल भर पहले आई थी हिंडनबर्ग रिपोर्ट
कैंटोर फित्जगेराल्ड ने अडानी एंटरप्राइजेज के लिए कवरेज की शुरुआत ऐसे समय की है, जब अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की विवादास्पद रिपोर्ट को आए हुए एक साल पूरे हो गए हैं. पिछले साल जनवरी में आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. हालांकि हिंडनबर्ग के आरोप साबित नहीं हो पाए, लेकिन उसने अडानी का बड़ा नुकसान कर दिया. रिपोर्ट के बाद अडानी के शेयर भरभरा गए थे. कुछ शेयर अभी साल बीत जाने के बाद भी पूरी तरह से रिकवर नहीं हो पाए हैं.
10वां सबसे बड़ा नॉन-फाइनेंशियल स्टॉक
अडानी एंटरप्राइजेज घरेलू शेयर बाजार के प्रमुख शेयरों में एक है. यह घरेलू बाजार का 10वां सबसे बड़ा नॉन-फाइनेंशियल स्टॉक है. उसके बाद भी इसे लगभग न के बराबर एनालिस्ट कवरेज मिला है. ऐसे में कैंटोर की कवरेज काफी अहम है. अमेरिकी ब्रोकरेज का मानना है कि अडानी एंटरप्राइजेज का स्टॉक ओवरवेट है और मौजूदा स्तर पर रिस्क/रिवार्ड आकर्षक है.
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