Vande Bharat Train Fare: और सस्ता हो सकता है वंदे भारत ट्रेनों का किराया, 10 फीसदी तक फेयर कम होने के आसार
Vande Bharat Train: जुलाई महीने में ही वंदे भारत ट्रेनों के किराये में 25 फीसदी तक की कटौती की गई थी.
Vande Bharat Train Fare: वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेनों में सफर आने वाले दिनों में और भी सस्ता हो सकता है. आने वाले दिनों में वंदे भारत ट्रेनों के कुछ रूट्स के किराये में 10 फीसदी तक की कटौती की जा सकती है. इससे पहले भारतीय रेलवे ( Indian Railways) ने पिछले दिनों वंदे भारत ट्रेनों के एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव क्लास के किराये में 25 फीसदी की कटौती की थी.
अलग अलग रूट्स में लगातार नई वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं. लेकिन रेलवे की चिंता इस बात को लेकर है कि सीटें आधी भी नहीं भर पा रही है. यही वजह है कि वंदे भारत ट्रेनों के किराये में 10 फीसदी की कटौती और किए जाने के आसार हैं. भारतीय रेलवे के अलग अलग जोन किराये में कमी किए जाने की संभावनाओं को टटोल रहा है. रेलवे का मानना है कि खाली सीटें रहने से बेहतर है कि यात्रियों को सस्ते में इन ट्रेनों में सफर करने का अवसर दिया जाए.
अगले वर्ष फरवरी 2024 से भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेनें चलाने की योजना पर कार्य कर रहा है. लेकिन मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों की लो-ऑक्यूपेंसी देखी जा रही है. जैसे इंदौर-भोपाल वंदे भारत में जून महीने में 29 फीसदी और रिटर्न रूट में 21 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही है. यानि 70 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली रही.
नागपुर-बिलासपुर में औसत ऑक्यूपेंसी 55 फीसदी और भोपाल-जबलपुर वंदे भारत ट्रेन की ऑक्यूपेंसी केवल 32 फीसदी रही थी. हालांकि कासरगोड़-त्रिवेंद्रम वंदे भारत ट्रेन की ऑक्यूपेंसी 183 फीसदी रही है. जबकि रिटर्न रूट में 176 फीसदी औसत ऑक्यूपेंसी देखी गई. वाराणसी-दिल्ली की 128 फीसदी औसत ऑक्यूपेंसी देखने को मिली है जूकि रिटर्न जर्नी की 124 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही है.
इन्हीं कारणों से जुलाई महीने में ही वंदे भारत ट्रेनों के किराये में 25 फीसदी तक की कटौती की गई थी. इस कटौती में दूसरे एसी ट्रेनों के अलावा अनुभूति विस्ताडोम कोच वाले ट्रेनें भी शामिल थीं.
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