Vande Metro Train: भारत में जल्द रफ्तार भरेगी वंदे मेट्रो ट्रेन, जानें कहां-कहां चलेगी और क्या होगी खासियत
Vande Metro Trains Update: वंदे भारत एक्सप्रेस की तर्ज पर वंदे मेट्रो ट्रेन कई शहरों में चलाया जाएगा. रेलमंत्री ने बताया कि ये कहां कहां चलेगी और इसकी खासियत क्या होगी
Vande Metro Trains in Indian: केंद्र सरकार पूरे देश में वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का प्लान बना चुकी है और अभी 14 रूटों पर ट्रेनें चलाई जा रही हैं. वहीं इसी के तर्ज पर वंदे मेट्रो ट्रेन का भी एलान किया जा चुका है. रेलमंत्री ने बताया है कि देश में कब से वंदे मेट्रो ट्रेनें चलाई जाएंगी और ये किन किन जगहों के लिए चलेंगी.
14 अप्रैल को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार दिसंबर 2023 तक 'वंदे मेट्रो' शुरू करने की तैयारी कर रही है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये ट्रेनें देश के कई शहरों के लिए संचालित की जाएगी. इससे लोगों का सफर आसान हो जाएगा. खासकर ये ट्रेनें ज्यादा आबादी वाले शहरों के लिए चलाई जा सकती हैं.
100 किलोमीटर से कम दूरी पर चलेगी ये वंदे मेट्रो
रेल मंत्री की ओर से घोषणा देश के विभिन्न हिस्सों में सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों, वंदे भारत एक्सप्रेस के सफल प्रक्षेपण के बाद हुई. जानकारी के अनुसार, वंदे मेट्रो से प्रमुख शहरों को जोड़ने और परिवहन का एक किफायती तरीका प्रदान करने की उम्मीद है. वैष्णव ने कहा कि "वंदे मेट्रो" कम दूरी की मेट्रो रेल नेटवर्क पर चलेगी. ये 100 किमी से कम दूरी वाले शहरों को जोड़ेगी.
भीड को करेगी कम
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि लोकल मेट्रो ट्रेनों को इसके चलने से दबाव कम होगा और ट्रेन दिसंबर तक तैयार हो जाएगी. इसके अलावा मंत्री ने कहा कि इन ट्रेनों को किफायती किराया के साथ चलाया जाएगा ताकि आम नागरिक इसमें सफर कर सके. उन्होंने कहा कि वंदे मेट्रो को चलाने का प्लान वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की प्रतिक्रिया के आधार पर किया गया है.
वंदे मेट्रो की क्या होगी खासियत
- 100 किमी से कम दूरी वाले शहरों के बीच चलेगी वंदे मेट्रो
- यह वंदे भारत के कम दूरी वाली ट्रेन होगी
- ट्रेन यात्रियों को रैपिड शटज का अनुभव मिलेगा
- वंदे मेट्रो ट्रेन की तरह ही इसमें आठ कोच होंगे जबकि समान्य वंदे भारत ट्रेनों में 16 कोच हैं
- नौकरी से लेकर स्कूल जाने तक सफर आसान हो जाएगा और आप समय से पहुंच सकते हैं
- इस ट्रेन को चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और लखनऊ स्थित रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (RDSO) में तैयार किया जाएगा.
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