Lithium Vs Zinc: क्या जिंक (Zinc) नया लिथियम (Lithium) है? ये कहना है वेदाता समूह (Vedanta Group) के चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) का. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्होंने लिखा, एमआईटी (MIT) जैसी दिग्गज यूनिवर्सिटीज और हमारे अपने आईआईटी (IIT) ने अपने स्टडी में पाया है कि जिंक, बैटरी (Battery) और एनर्जी स्टोरेज (Energy Storage) के लिए लिथियम का बेहतर विकल्प साबित हो सकता है.  


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अनिल अग्रवाल ने लिखा, जिंक सस्ते होने के साथ ही, लंबी अवधि तक चलता है, पर्यावरण (Environment) के लिए भी ये बेहतर है क्योंकि इसे रीसाइकिल करना आसान (Easy To Recycle) है और ही लिथियम के मुकाबले ये सुरक्षित भी है क्योंकि ये कम ज्वलनशील है. अनिल अग्रवाल ने लिखा, हिंदुस्तान जिंक ने बैटरी के लिए इस महत्वपूर्ण मेटल की सप्लाई के लिए अमेरिका बेस्ड बैटरी मैन्युफैक्चरिंग कंपनी AEsir के साथ समझौता किया है.  AEsir जिंक से बैटरी बनाने के मामले में दुनिया की अग्रणी कंपनी है. उन्होंने कहा, इस घोषणा के साथ ही हम उस महत्वपूर्ण ग्लोबल वैल्यूचेन का हिस्सा बन चुके हैं जो डिफेंस (Defence), एरोस्पेस (Aerospace), ऑटोमोबाइल्स (Automobiles) और शिपिंग (Shipping) जैसे सेक्टर्स में अपना योगदान देता है. 






अनिल अग्रवाल ने कहा, हमारा मकसद जिंक के प्रोडक्शन को डबल करना है साथ ही ये सुनिश्चित करेंगे कि जिंक के मामले में भारत की आयात पर निर्भरता खत्म हो जाए. उन्होंने बताया कि वेदांता नीको (Vedanta Nico) ने हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (Hindustan Zinc Limited) के समान AEsir के बेस्ट सेलिंग जिंक-निकेल बैटरी (Zinc-Nickel Battery) के लिए निकेल (Nickel) की सप्लाई करने के लिए तैयार हो गई है. अनिल अग्रवाल के मुताबिक वेदांता सभी माइनिंग कंपनियों में यूनिक कंपनी है क्योंकि उसका 70 फीसदी रेवेन्यू जिंक, सिल्वर, कॉपर और एल्युमिनियम जैसे मिनरल्स और मेटल्स से आता है जो भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं.


हालांकि मौजूदा समय में लिथियम इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (Electric Vehicles) के साथ ही इलेक्ट्रिक स्टोरेज सिस्टम्स (Electric Storage Systems) की बैटरी बनाने के लिए सबसे प्रमुख मिनरल है. आने वाले दिनों में लिथियम-इयॉन बैटरी (Lithium-ion Batteries) की डिमांड में भारी बढ़ोतरी आने वाली है. ऐसे में भारत सरकार का फोकस लिथियम जैसे क्रिटिकल मिनरल (Critical Mineral) की भंडार के खोज पर है. खनन मंत्रालय ने जून 2023 की अपनी रिपोर्ट में लिथियम को भारत के आर्थिक विकास के लिए जरूरी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए क्रिटिकल मिनरल के तौर पर शामिल किया था. जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) में लिथियम का बड़ा भंडार मिला है. 


अनिल अग्रवाल जिंक को नया लिथियम बता रहे हैं और उसके फायदे भी गिना रहे हैं. अगर ये सच साबित हुआ तो ईवी को बढ़ावा देने में जिंक मील का पत्थर साबित हो सकता है. 


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