भारत में क्रिटिकल मिनरल के उत्खनन की प्रक्रिया तेज हो चुकी है. सरकार ने इसके लिए पहले चरण में 20 मिनरल ब्लॉक की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की है. क्रिटिकल मिनरल यानी दुर्लभ खनिजों के खदानों की इस पहली नीलामी में कई नामी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है, जिनमें वेदांता, कोल इंडिया, ओला इलेक्ट्रिक आदि शामिल हैं.
20 ब्लॉक के लिए 50 से ज्यादा बोलियां
क्रिटिकल मिनरल के खदानों की नीलामी के पहले दौर में खदानों के 20 ब्लॉक के लिए बोलियों की शुरुआत 29 फरवरी को हुई. केंद्रीय खदान मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि पहले चरण की नीलामी में 20 क्रिटिकल एंड स्ट्रेटजिक मिनरल ब्लॉक के लिए 50 से ज्यादा बोलियां प्राप्त हुई हैं. ये बोलियां वेदांता, कोल इंडिया, एनएलसी इंडिया जैसी माइनिंग कंपनियों समेत ओला इलेक्ट्रिक, जिंदल पावर, डालमिया ग्रुप आदि से मिली हैं.
इन राज्यों में स्थित हैं पहले दौर के खदान
इस दौर में जिन खदानों की नीलामी की जा रही है, वे लिथियम, ग्लौकोनाइट, निकेल, पीजीई, पोटाश, ग्रेफाइट, मोलिब्डेनम, फॉस्फोराइट और रेयर अर्थ एलीमेंट्स के हैं. दुर्लभ खनिजों के ये खदान बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में स्थित हैं.
कई दिग्गज कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
बोली लगाने वाली कंपनियों में जहां माइनिंग सेक्टर के वेदांता, कोल इंडिया और एनएलसी इंडिया जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं, वहीं ईवी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक, सीमेंट कंपनियां श्री सीमेंट और ओरिएंट सीमेंट, बिजली कंपनी जिंदल पावर व डालमिया ग्रुप और रुंगटा ग्रुप आदि ने भी क्रिटिकल मिनरल के उत्खनन में दिलचस्पी दिखाई है.
अगले दौर में नीलाम होंगे 18 मिनरल ब्लॉक
केंद्र सरकार ने इसके साथ ही क्रिटिकल मिनरल के खदानों के दूसरे दौर की नीलामी का भी ऐलान कर दिया. दूसरे दौर की नीलामी में 18 क्रिटिकल मिनरल ब्लॉक नीलाम किए जाएंगे. पहले दौर की नीलामी के लिए टेंडर डॉक्यूमेंट 13 फरवरी तक खरीदे जा सकते थे. 20 खदानों के लिए 180 टेंडर डॉक्यूमेंट खरीदे गए थे. टेडर सबमिट करने की अंतिम तारीख 26 फरवरी थी. डेडलाइन तक सरकार को 50 से ज्यादा बोलियां प्राप्त हुईं. अब बोलियों की समीक्षा के बाद विनर के नामों का ऐलान किया जाएगा.
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