Vedanta Share Price: वेदांता में है आपका निवेश! पैसे से घर भरने के लिए हो जाइए तैयार, 3324 करोड़ के डिविडेंड का एलान
Vedanta Dividend: वेदांता कंपनी ने अपने निवेशकों को 3324 करोड़ का डिविडेंड बांटने का एलान किया है. डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 24 दिसंबर का रखा गया है.
Vedanata Stock Price: थ्री एम यानी माइंस, मिनरल और मेटल क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता के शेयरों में आपने भी तो निवेश नहीं कर रखा है. अगर ऐसा है तो आपके लिए खुशखबरी है. वेदांता कंपनी ने अपने निवेशकों को 3,324 करोड़ का डिविडेंड(लाभांश) बांटने का एलान किया है. डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 24 दिसंबर का रखा गया है. यानी 23 दिसंबर या उससे पहले वेदांता के शेयर खरीदकर 24 दिसंबर तक अपने डीमैट एकाउंट में होल्ड रखने वाले निवेशकों को इसका फायदा मिलेगा. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने चौथे डिविडेंड के रूप में साढ़े आठ रुपये प्रति शेयर निवेशकों को देने का फैसला किया है. वेदांता कंपनी की ओर से कहा कहा गया है कि डिविडेंड का भुगतान कानून से तय समय-सीमा के तहत कर दिया जाएगा. पिछले साल 29 दिसंबर तो कंपनी के हर शेयर का दाम 258 रुपया 50 पैसा था. जो अभी बढ़कर 526.50 रुपया हो चुका है. इस तरह वेदांता ने सालभर में ही अपने निवेशकों की संपत्ति दोगुनी कर दी है.
वेदांता बनी हाई डिविडेंड देन वाली कंपनी
भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली वेदांता हाई डिविडेंड देने वाली कंपनी बन गई है. तीसरे अंतरिम डिविडेंड के तहत 20 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से वेदांता ने 7821 करोड़ रुपये निवेशकों को बांटे थे. इससे पहले भी पहला और दूसरा डिविडेंड कंपनी चार रुपये प्रति शेयर और 11 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से दे चुकी है. वेदांता वित्तीय वर्ष 2025 में कुल मिलाकर 43.50 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से निवेशकों को डिविडेंड दे चुकी है. पिछले 12 महीनों में तो प्रति शेयर 54.50 रुपये डिविडेंड दे चुकी है.
दूसरी कंपनियों की तुलना में काफी ज्यादा
चौथे अंतरिम डिविडेंड के रूप में वेदांता की ओर से घोषित नौ रुपये प्रति शेयर दूसरी कंपनियों के मुकाबले में काफी ज्यादा है. वहीं कोल इंडिया ने नौ प्रतिशत, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने छह प्रतिशत, ओएनजीसी और आईओसी ने पांच-पांच प्रतिशत चौथे डिविडेंड में दिए हैं. आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलोजीज और इनफोसिस ने भी क्रमश: 54 और 49 रुपये दिए हैं. लेकिन यह दो-तीन फीसदी के आस-पास ही ठहरता हैं.