Vedanta Foxconn Semiconductor Project: सेमीकंडक्टर बिजनेस को लेकर वेदांता (Vedanta Ltd) ने गुरुवार को एक स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि सेमीकंडक्टर्स के निर्माण का प्रस्तावित कारोबार उसकी अंतिम होल्डिंग कंपनी वॉल्कन इन्वेस्टमेंट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा. वहीं दूसरी और इससे पहले, Vedanta और फॉक्सकॉन (Foxconn) ने कहा था कि वे गुजरात में डिस्प्ले फैब्रिकेशन (Display Fabrication) और सेमीकंडक्टर के निर्माण के लिए 1.54 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने जा रहे है. आपको बता दे कि दो अलग-अलग बातो को लेकर अब कंफ्यूजन फेल गया है. 


देखें पहले क्या कहा 
सबसे पहले वेदांता ने कहा था, गुजरात में फॉक्सकॉन (Foxconn) के साथ मिलकर एक सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट (Semiconductor Manufacturing Plant) लगाने और 2 साल के अंदर मार्केट में इसके प्रोडक्ट्स लेकर आया जाएगा. इस ऐलान के बाद वेदांता लिमिटेड. के शेयरों में 10 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया. 


ये रखा था प्रस्ताव 
16 फरवरी 2022 में ऐलान के समय Foxconn-Vedanta ज्वाइंट वेंचर का प्रस्ताव रखा था, लेकिन कंपनी ने उस समय स्पष्ट कर दिया था कि सेमीकंडक्टर बिजनेस उसकी होल्डिंग कंपनी Vedanta Resources के अधीन चलाया जाएगा. 16 फरवरी की एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का प्रस्तावित बिजनेस वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) के तहत नहीं है और यह समझौता होल्डिंग कंपनी के अधीन ही होगा.


क्या है वजह 
फिर, Vedanta Ltd की वेबसाइट पर 13 सितंबर की प्रेस रिलीज के अनुसार, इसमें कहा गया है कि, “वेदांता के पास जेवी की 60 फीसदी हिस्सेदारी होगी, वहीं फॉक्सकॉन के पास 40 फीसदी होगी. अगले 2 साल में जेवी  सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना देखेगी. यह स्पष्ट रूप से फरवरी के एक्सचेंज नोटिस के बिल्कुल विपरीत बात सामने आ रही है.


वेदांता ने बढ़ाया कंफ्यूजन
वही अब वेदांता ग्रुप के चेयरमैन (Chairman of Vedanta Group) अनिल अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा में भ्रम की स्थिति को और बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि जेवी के लिए फंडिंग लिस्टेड एंटिटी से होने जा रही है. उन्होंने कहा कि वेदांता महाराष्ट्र में आईफोन का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर भी विचार कर रही है. फिर सवाल उठता है, क्या यह वेदांता लि. का है या वेदांता रिसोर्सेज का?


मांगा स्पष्टीकरण
इस मामले पर स्टॉक एक्सचेंज भी भ्रम में हैं. बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) ने Vedanta Group से इन दोनों घटनाक्रमों- गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट और महाराष्ट्र में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब पर स्पष्टीकरण मांगा है. वही एनालिस्ट्स भी स्टॉक पर ज्यादा पॉजिटिव नहीं है. 


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