मेटल व माइनिंग सेक्टर के बड़े उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने नई कंपनी बनाई है. नई कंपनी का नाम सेसा आयरन एंड स्टील लिमिटेड है और इसे गोवा में रजिस्टर कराया गया है. यह कंपनी वेदांता लिमिटेड की सब्सिडियरी के तौर पर काम करेगी.


ये काम करेगी वेदांता की नई कंपनी


वेदांता लिमिटेड ने नई कंपनी के बारे में शेयर बाजारों को जानकारी दी है. उसने कहा कि सेसा आयरन एंड स्टील लिमिटेड को ग्रोथ प्रोजेक्ट्स के लिए स्थापित किया गया है. नई कंपनी परिचालन का विस्तार करेगी. गोवा में पहले से वेदांता की एक सब्सिडियरी काम कर रही है, जिसका नाम सेसा गोवा आयरन ओर है. यह कंपनी लौह अयस्क की खोज, खनन और प्रसंस्करण में सक्रिय है. नई कंपनी गोवा में वेदांता के लोहा और इस्पात बिजनेस को संभालेगी.


लंदन में है कंपनी का मुख्यालय


लौह अयस्क लोहा और इस्पात के लिए सबसे प्रमुख कच्ची सामग्री है. वेदांता रिसॉर्सेज का मुख्यालय लंदन में है और यह कंपनी भारत समेत कई देशों में मेटल व माइनिंग बिजनेस कर रही है. भारत में पूरा बिजनेस वेदांता लिमिटेड के माध्यम से चलता है. वेदांता रिसॉर्सेज ने इसी सप्ताह बताया था कि जाम्बिया की सरकार ने उसे कोंकोला कॉपर माइन्स का मालिकाना हक व नियंत्रण वापस कर दिया है.


इस तरह से सुलटा विवाद


इससे पहले वेदांता रिसॉर्सेज और जाम्बिया सरकार के बीच विवाद चल रहा था. विवाद को सुलटाने के लिए वेदांता रिसॉर्सेज जाम्बिया में माइनिंग में 1 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा किया है. कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल का कहना है कि उनकी कंपनी कोंकोला कॉपर माइन्स को लेकर 2004 से ही कमिटेड है और उसे अपने पोर्टफोलियो का प्रमुख हिस्सा मानती है.


कंपनी के सामने ये चुनौतियां


यह डेवलपमेंट ऐसे समय हुआ है, जब वेदांता रिसॉर्सेज आर्थिक मुश्किलों से जूझ रही है. कंपनी ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना किया है. इसके मद्देनजर वेदांता रिसॉर्सेज नया कर्ज जुटाने की तैयारी में है. कंपनी 1.3 बिलियन डॉलर के लोन के लिए स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक से बातचीत कर रही है. यह लोन 3 साल के लिए हो सकता है और इसकी दरें करीब 14-15 फीसदी हो सकती हैं.


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