Vendanta Share Price: सरकार के इस फैसले के बाद 9 फीसदी तक गिरा अनिल अग्रवाल के वेदांता का शेयर
Vedanta Share Update: सरकार ने हिंदुस्तान जिंक को वेंदाता के इंटरनेशनल जिंक बिजनेस बेचने पर वीटो लगा दिया है जिसके बाद से वेदांता के शेयर में गिरावट देखी जा रही है.
![Vendanta Share Price: सरकार के इस फैसले के बाद 9 फीसदी तक गिरा अनिल अग्रवाल के वेदांता का शेयर Vedanta shares decline nearly 9% company's credit rating will face immediate strain Vendanta Share Price: सरकार के इस फैसले के बाद 9 फीसदी तक गिरा अनिल अग्रवाल के वेदांता का शेयर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/02/28/b3de06b65eb848727fc1d68ae892c41f1677596944734267_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Vedanta Share Price: शेयर बाजार में बीते दो ट्रेडिंग सेशन से वेदांता के शेयर प्राइस (Vedanta Share Price) में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. मंगलवार के सत्र में वेदांता के शेयर का भाव इंट्राडे 9 फीसदी तक नीचे जा फिसला. सोमवार को शेयर 287.35 रुपये पर क्लोज हुआ था. जो मंगलवार को 261 रुपये के लेवल तक जा लुढ़का. हालांकि बाजार बंद होने पर शेयर 6.61 फीसदी की गिरावट के साथ 268.35 रुपये पर बंद हुआ है.
वेदांता के शेयर में बीते 5 ट्रेडिंग सत्र में 12 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है. मंगलवार को ही शेयर की ऐसी बिकवाली हो रही थी कि करीब 3 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ है. जबसे सरकार ने वेदांता के जिंक बिजनेस को 2.98 अरब डॉलर में हिंदुस्तान जिंक ( Hindustan Zinc) को बेचने का विरोध किया है तब से वेदांता के शेयर पर दबाव देखा जा रहा है.
केंद्र सरकार ने वेदांता को उसके जिंक बिजनेस को हिंदुस्तान जिंक को बेचने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. सरकार की हिंदुस्तान जिंक में 29.54 फीसदी हिस्सेदारी है. सरकार के इस कदम से वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के कर्ज घटाने के प्रयासों को तगड़ा झटका लगा है. जनवरी महीने में हिंदुस्तान जिंक ने मारीशस के टीएचएल जिंक को वेदांता से 2.98 अरब डॉलर में खरीदने पर सहमति दे दी थी. वेदांता के पास हिंदुस्तान जिंक में 64.92 फीसदी हिस्सेदारी है. ये कंपनी जिंक, लीड, और चांदी का उत्पादन करती है.
इससे पहले रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा था कि वेदांता 2 अरब डॉलर जुटाने में अपने इंटरनेशनल जिंक एसेट्स को बेचने में नाकामयाब रहती है तो वेदांता की क्रेडिट रेटिंग पर इसका असर पड़ सकता है. वेदांता के साउथ अफ्रीका और नामिबिया स्थिक जिंक बिजनेस को बेचना बेहद जरूरी है जिससे पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज को नगदी उपलब्धता में परेशानी ना हो. अन्यथा कंपनी के पास नगदी की समस्या खड़ी हो सकती है.
ये भी पढ़ें
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)