Vedanta PFC: वेदांता इस बिजनेस का करने वाली है विस्तार, 4 हजार करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी
Vedanta Fundraise: अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता अपने पावर जेनरेशन बिजनेस को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है. इसके लिए ही कंपनी फंड जुटाने जा रही है...
मेटल से लेकर माइनिंग तक विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी वेदांता अपने पावर जेनरेशन बिजनेस का विस्तार करने जा रही है. इसके लिए अनिल अग्रवाल की कंपनी ने फंड जुटाने की नई योजना तैयार की है. कंपनी की योजना करीब 4 हजार करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने की है.
इस तरह से मिलेगी वेदांता को फंडिंग
मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता ने सरकारी फाइनेंशर पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) से फंड जुटाने जा रही है. यह फंड लंबी अवधि के कर्ज के रूप में मिलेगा. इसके तहत कंपनी कम से कम 3,918 करोड़ रुपये का कर्ज लेने वाली है. कर्ज की रकम 4 हजार करोड़ रुपये तक हो सकती है. वेदांता को पीएएफसी से यह फंड 11 साल के कर्ज के रूप में मिलेगा.
वेदांता का पावर बिजनेस पर फोकस
वेदांता अपने पावर जेनरेशन बिजनेस पर फिर से फोकस कर रही है. बिजली उत्पादन के क्षेत्र में बढ़ी प्रतिस्पर्धा के बीच वेदांता अपनी पावर जेनरेशन की क्षमता को बढ़ाना चाह रही है. बताया जा रहा है कि पीएफसी से लोन के रूप में मिलने वाले हजारों करोड़ रुपये के फंड का इस्तेमाल वेदांता इसी उद्देश्य में करने वाली है.
क्षमता में इतना विस्तार करने की योजना
अनिल अग्रवाल के वेदांता समूह ने अपने पावर बिजनेस की ऑपरेटिंग कैपेसिटी को वित्त वर्ष 2026-27 तक बढ़ाकर 4.8 गीगावाट करने की योजना तैयार की है. इसके लिए पहले ही कुछ नए प्लांट खरीदे जा चुके हैं. वेदांता ने कुछ समय पहले ही आंध्र प्रदेश में मीनाक्षी एनर्जी लिमिटेड और छत्तीसगढ़ में एथीना पावर का अधिग्रहण किया है. मीनाक्षी एनर्जी के प्लांट की क्षमता 1 गीगावाट की और एथीना पावर के प्लांट की क्षमता 1.2 गीगावाट की है.
अभी नहीं हुई है आधिकारिक पुष्टि
इस डील के बारे में अभी तक न तो वेदांता ने और न ही पीएफसी ने आधिकारिक तौर पर कुछ कहा है. खबरों में दावा किया जा रहा है कि वेदांता इस फंड का इस्तेमाल आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्थित पावर प्लांट की क्षमता का विस्तार करने में करेगी. वेदांता ने मीनाक्षी एनर्जी का अधिग्रहण पिछले साल दिसंबर में एनसीएलटी की इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया के तहत किया था. वहीं एथीना पावर का अधिग्रहण 565 करोड़ रुपये में अगस्त 2022 में किया गया था.
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