Veg Thali Inflation Update: जुलाई के महीने में वेज भोजन करने वालों पर महंगाई की मार पड़ी है. जून महीने के मुकाबले जुलाई महीने में शाकाहारी भोजन की थाली 11 फीसदी महंगी हुई है जिसमें बड़ा योगदान टमाटर के दामों में बढ़ोतरी को जाता है. जुलाई महीने में जून के मुकाबले नॉन-वेज थाली भी 6 फीसदी के करीब महंगी हुई है.
महंगे टमाटर के चलते वेज थाली महंगी
क्रिसिल मार्केट इंटेलीजेंस एंड एनालसिस ने जुलाई 2024 के लिए अपनी रोटी राइस रेट इंडेक्स (Roti Rice Rate Index) रिपोर्ट में बताया कि वेज थाली जुलाई महीने में 32.6 रुपये की हो गई है जो जून में 29.4 रुपये प्रति प्लेट रही थी. वेज थाली की औसत कीमत 11 फीसदी बढ़ी है. वेज थाली में सब्जियों में प्याज, टमाटर और आलू के अलावा चावल, दाल, दही और सलाद को शामिल किया जाता है. टमाटर की कीमतों में उछाल के चलते वेज थाली महंगी हुई है. वेज थाली के महंगे होने में 7 फीसदी योगदान केवल टमाटर की कीमतों का रहा है जिसकी कीमतों में जून के मुकाबले जुलाई में 55 फीसदी का उछाल आया है और ये 42 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 66 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. प्याज की कीमतें 20 फीसदी और आलू कीमतें 10 फीसदी बढ़ी है.
नॉन-वेज थाली भी महंगी
क्रिसिल के रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई के महीने में नॉन-वेज थाली भी महंगी हुई है. नॉन-वेज थाली की कीमत 6 फीसदी के उछाल के साथ 61.4 रुपये पर जा पहुंची है जो जून 2024 में 58 रुपये रही थी. नॉन-वेज थाली में दाल की जगह चिकेन को शामिल किया जाता है. क्रिसिल के मुताबिक जुलाई 2023 के मुकाबले जुलाई 2024 में वेज थाली सस्ती हुई है. बीते वर्ष जुलाई में टमाटर के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी गई थी इसलिए बेस इफेक्ट के चलते इस वर्ष कीमतें घटी है. जुलाई 2023 में टमाटर की कीमतों 110 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंची थी. नॉन-वेज थाली भी जुलाई 2023 के मुकाबले जुलाई 2024 में 9 फीसदी सस्ती हुई है. चिकेन के दामों में 11 फीसदी की गिरावट के चलते बीते साल के मुकाबले नॉन-वेज थाली जुलाई में सस्ती हुई है.
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