फाइनेंसिंग की कमी से गाड़ियों की बिक्री पर लगने लगा है ब्रेक, रजिस्ट्रेशन में आई गिरावट
कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में गिरावट चिंता का विषय बनी हुई है. फाइनेंसिंग की कमी से इसकी बिक्री रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है.
देश में फरवरी महीने के दौरान गाड़ियों की बिक्री कम हो गई है. इस महीने रिटेल वाहनों के रजिस्ट्रेशन में 13.43 फीसदी की कमी दर्ज की गई. हालांकि ट्रैक्टरों की बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया. फरवरी महीने में भी इसमें 18.89 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
फाडा के आंकड़ों में गिरावट
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन यानी फाडा (FADA) के आंकड़ों के मुताबिक पैंसेजर व्हेकिल के रजिस्ट्रेशन में 10.59 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. हालांकि इस दौरान टू-व्हीलर्स की बिक्री में 16.08 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. फरवरी में इसकी बिक्री घट कर 10,91,288 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 13,00,364 यूनिट रह गई थी. थ्री-व्हीलर्स की बिक्री में 49.65 और कॉमर्शियल गाड़ियों की बिक्री में 29.53 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.पैसेंजर व्हेकिल की इन्वेंट्री 10-15 दिन की बनी हुई है. फरवरी, 2021 में देश भर में कुल वाहन रजिस्ट्रेशन 14.99 लाख रहा यह फरवरी 2020 17.31 लाख वाहनों से 13.43 फीसदी कम है.
फाइनेंसिंग की कमी से कॉमर्शियल व्हेकिल का रजिस्ट्रेशन घटा
कॉमर्शियल व्हेकिल की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है क्योंकि फाइनेंसिंग का अभाव है. इसके साथ ही पैसेंजर बसों की बिक्री में भी गिरावट आई है. दरअसल शिक्षण संस्थानों के बंद होने से बसों की बिक्री कम हुई है. इसलिए बसों का रजिस्ट्रेशन गिरा है. दरअसल देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की नई लहर की वजह से लॉकडाउन लगाने की स्थिति पैदा हो गई. स्कूल-कॉलेज नहीं खुले हैं. इसलिए बसों की बिक्री में गिरावट आई है. कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में गिरावट चिंता का विषय बनी हुई है. कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में गिरावट अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.
पिछले साल बीएस-6 उत्सर्जन मानक लागू होने से वाहनों की बिक्री में गिरावट आई थी. इसके अलावा सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से भी पैसेंजर व्हेकिल लिए वेटिंग पीरियड काफी बढ़ गई थी.
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