पहली बार कार खरीदने वालों के बीच छोटी कार की बढ़ी मांग, रूरल डिमांड और पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बचने के लिए पर्सनल व्हेकिल खरीदने वालों की बढ़ी तादाद की वजह से कोविड संक्रमण के बावजूद पैंसेजर गाड़ियों की मांग में इजाफा दर्ज किया जा रहा है. सितंबर में गाड़ियों के प्रोडक्शन और डिस्पैचिंग दोनों बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मारुति सुजुकी ने कहा है कि सितंबर में घरेलू मार्केट में इसकी पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में 33.9 फीसदी का इजाफा हुआ है. कंपनी ने सितंबर में 1,47,912 यूनिटों की बिक्री की, जो सितंबर 2018 के बाद का सबसे अच्छा आंकड़ा है.


सभी कंपनियों का प्रोडक्शन बढ़ा  


ह्यूंदै ने सितंबर में 50,313 गाड़ियां बेचीं. कंपनी का कहना है कि पिछले साल की इस अवधि की तुलना में यह 23.6 फीसदी ज्यादा है. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने सितंबर में पैसेंजर व्हेकिल में 3.5 फीसदी का इजाफा दर्ज किया. इस महीने इसकी 14,857 गाडियां बिकीं. सितंबर में होंडा कार्स की बिक्री बढ़ कर 10,199 यूनिट की हो गई. यह 2019 सितंबर की तुलना में 9.7 फीसदी ज्यादा है. टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने पिछले महीने तक बिक्री में गिरावट देखी थी लेकिन अब उसकी गाड़ियों की बिक्री भी रफ्तार पकड़ने लगी है.


टू-व्हीलर्स की भी मांग बढ़ी 


सिर्फ कार ही नहीं टू-व्हीलर्स की बिक्री में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. सितंबर में टीवीसी की गाड़ियों की बिक्री 3.8 फीसदी बढ़ी. सितंबर में इसने 3,27,692 टू-व्हीलर्स बेचे. हीरो मोटो कॉर्प के मुताबिक इसने 7,15,718 टू-व्हीलर्स बेचे. पिछले साल की दूसरी तिमाही की तुलना में इसमें 16.9 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया. इंडस्ट्री सूत्रों का कहना है कि थोक बिक्री में इजाफे की बड़ी वजह से फेस्टिवल सीजन में मांग में बढ़त की उम्मीद है. मध्य अक्टूबर से गाड़ियों की मांग बढ़ सकती है. लॉकडाउन में ढील देने की वजह से गाड़ियों का प्रोडक्शन भी अब सामान्य हो रहा है.


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