India Oil Import: रूस के बाद ये देश बना भारत का सहारा, कच्चे तेल का बिल कम करने में करेगा मदद
Crude Oil Import: भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए बड़े हद तक आयात पर निर्भर है. पिछले कुछ समय से भारत को रूस से सस्ते भाव पर कच्चे तेल की आपूर्ति मिल रही थी...
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है. पिछले एक-डेढ़ साल से भारत को रूस से काफी मदद मिल रही थी और डिस्काउंट पर मिल रहे सस्ते तेल से आयात के बिल को कम रखने में मदद मिल रही थी. अब भारत के लिए सस्ते कच्चे तेल का एक और जरिया तैयार हो रहा है.
इस देश के पास सबसे बड़ा भंडार
भारत को रूस के बाद अब वेनेजुएला से भी सस्ते भाव पर कच्चा तेल मिल सकता है. इसका रास्ता खुला है अमेरिका की नीतियों में आए ताजे बदलाव से, जिसके आर्थिक प्रतिबंधों के चलते वेनेजुएला अपने कच्चे तेल को नहीं बेच पा रहा था. आपको बता दें कि अभी तक खोजे जा चुके तेल भंडारों के हिसाब से दुनिया का सबसे विशाल तेल भंडार वेनेजुएला के पास ही है.
अमेरिका ने कम की आर्थिक पाबंदियां
हालांकि सबसे बड़ा तेल भंडार होने के बाद भी वेनेजुएला की स्थितियां ठीक नहीं हैं. वेनेजुएला उन देशों में शामिल है, जहां महंगाई अभी दुनिया में सबसे ज्यादा है. खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के चलते देश राजनीतिक अस्थिरता के लंबे दौर से गुजरा है. वेनेजुएला की आर्थिक बदहाली के लिए अमेरिका के द्वारा लगाई गई पाबंदियां जिम्मेदार थीं, जिनके चलते वेनेजुएला अपने कच्चे तेल को नहीं बेच पा रहा था. अब जबकि अमेरिका ने नीतियों को कुछ उदार किया है, वेनेजुएला के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में फिर से उतरने का रास्ता खुला है.
तीसरा सबसे बड़ा आयातक है भारत
भारत ने दो सप्ताह पहले इस बारे में साफ संकेत दिया था कि उसे वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदने पर कोई ऐतराज नहीं है. भारत कच्चे तेल के मामले में आयात पर निर्भर देश है. भारत को अपनी ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए 80 फीसदी से ज्यादा कच्चा तेल दूसरे देशों से खरीदना पड़ता है. यही कारण है कि भारत कच्चे तेल के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है.
मिल सकती है इतनी ज्यादा छूट
पिछले साल यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका व सहयोगी देशों ने रूस के ऊपर कई आर्थिक पाबंदियां लगा दी. उसके बाद रूस डिस्काउंट पर कच्चा तेल ऑफर करने लगा. भारत उस समय से लगातार रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीद रहा है. खबरें बता रही हैं कि वेनेजुएला का कच्चा तेल भारत को और सस्ता पड़ सकता है. ऐसा कहा जा रहा है कि रूस की तुलना में वेनेजुएला 10 पर्सेंट एक्सट्रा डिस्काउंट ऑफर कर सकता है.
भारतीय कंपनियों ने शुरू किया काम
इसका मतलब साफ है कि भारत को आने वाले महीनों में अपने कच्चे तेल के आयात का बिल और कम करने में मदद मिल सकती है. भारतीय रिफाइनर कंपनियां वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदने की प्रक्रिया पर पहले ही काम शुरू कर चुकी हैं. इन दिनों इस कारण वेनेजुएला की राजधानी काराकास के लग्जरी होटलों में चहल-पहल बढ़ी हुई है. विजिटर्स में बड़ी संख्या भारतीय तेल कंपनियों के एक्सीक्यूटिव्स की है.
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