Huge Investment: वाइब्रेंट गुजरात सम्मलेन (Vibrant Gujarat) को इस बार भी कंपनियों से विशेष सहयोग मिला है. तीन दिन तक चले इस सम्मलेन में देश-विदेश की कंपनियों ने गुजरात में भारी भरकम निवेश के कई ऐलान किए. अडानी ग्रुप (Adani Group), टाटा ग्रुप (Tata Group), रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और डीपी वर्ल्ड (DP World) समेत कई छोटी-बड़ी कंपनियों ने 41299 निवेश प्रस्ताव के एमओयू साइन किए. इन प्रोजेक्ट्स के जरिए गुजरात में कंपनियों ने लगभग 26.33 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करने की रुचि दिखाई. 






हरित ऊर्जा क्षेत्र में हुए कई बड़े सौदे


आधिकारिक जानकारी के अनुसार, वाइब्रेंट गुजरात के 10वें संस्करण में हरित ऊर्जा (Green Energy) क्षेत्र में कई बड़े सौदे किए गए. साल 2022 में कंपनियों ने गुजरात में 18.87 लाख करोड़ रुपये के 57,241 प्रोजेक्ट्स के एमओयू साइन किए थे. कोविड-19 के बुरे साए के चलते 2021 में होने वाला सम्मलेन रद्द कर दिया गया था. इस तरह से पिछले दो संस्करण में कुल 98540 प्रोजेक्ट्स के एमओयू साइन किए गए और लगभग 45 लाख करोड़ रुपये का निवेश गुजरात आ चुका है. 


3500 विदेशी प्रतिनिधियों ने सम्मलेन में हिस्सा लिया


वाइब्रेंट गुजरात के ऑफिशियल एक्स हैंडल से पोस्ट किया गया कि सेमीकंडक्टर्स, ई-मोबिलिटी, ग्रीन हाइड्रोजन और अक्षय ऊर्जा जैसे सेक्टर में बड़ी संख्या में निवेश आया है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के आजादी के 100वें वर्ष में विकसित भारत (Viksit Bharat@ 2047) के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इन तीन दिनों में 3500 विदेशी प्रतिनिधियों ने सम्मलेन में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में 34 पार्टनर देश और 16 पार्टनर संस्थाएं थीं. इस सम्मलेन का इस्तेमाल नार्थ ईस्ट राज्यों में निवेश की संभावनाएं दर्शाने के लिए भी किया गया. 


देश विदेश के नामी उद्योगपति भी कार्यक्रम में हुए शामिल 


इस साल हुए कार्यक्रम में लक्ष्य मित्तल, तोशीहीरो सुजुकी, मुकेश अंबानी, संजय मेहरोत्रा,  गौतम अडानी, जेफ्री चुन, एन चंद्रशेखरन, सुलतान अहमद बिन सुलायम, शंकर त्रिवेदी और निखिल कामत आदि शामिल हुए. पीएम मोदी ने बुधवार को कार्यक्रम का उद्घाटन किया था. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि आने वाले कुछ सालों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.


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