भारत में वीडियो स्ट्रीमिंग का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. इसका फायदा कंपनियों को रेवेन्यू के मोर्चे पर हो रहा है. एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि 2024 के पहले छह महीने में वीडियो स्ट्रीमिंग के बाजार की कमाई 1 अरब डॉलर के भी पार निकल गई है.


पहली छमाही में इतना रहा राजस्व


मीडिया पार्टनर्स एशिया के डिजिटल मेजरमेंट प्लेटफॉर्म एएमपीडी ने इन आंकड़ों की जानकारी दी है. उसके एनालिसिस के हिसाब से 2024 की पहली छमाही यानी जनवरी से जून 2024 तक के दौरान प्रीमियम वीडियो ऑन डिमांड के बाजार का रेवेन्यू 1.04 बिलियन डॉलर रहा. साल भर पहले की समान छमाही में राजस्व का आंकड़ा 760 मिलियन डॉलर पर रहा था.


साल भर में 38 फीसदी बढ़ी कमाई


इसका मतलब हुआ कि वीडियो स्ट्रीमिंग बाजार का राजस्व साल भर में 38 फीसदी ऊपर गया है. एएमपीडी के अनुसार, वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को हो रही कमाई में मुख्य योगदान विज्ञापनों और सब्सक्रिप्शन का है. वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को विभिन्न सेक्टरों की कंपनियों से विज्ञापन मिलते हैं. जिस प्लेटफॉर्म का सब्सक्राइबर बेस ज्यादा होता है, उन्हें विज्ञापन से उतनी ज्यादा कमाई होती है.


लोकल और स्पोर्ट्स कंटेंट से आई ग्रोथ


एनालिसिस में एक और ट्रेंड निकलकर आया है कि वीडियो ऑन डिमांड सेगमेंट की इस ग्रोथ में लोकल कंटेंट की हिस्सेदारी बढ़ रही है. प्रीमियम वीडियो ऑन डिमांड में 86 फीसदी यूजर इंगेजमेंट लोकल कंटेंट से आ रहा है. लोकल कंटेंट के अलावा वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को स्पोर्ट्स कैटेगरी से डिमांड मिल रही है.


अकेले यूट्यूब का हिस्सा 90 पर्सेंट


यूनिक व्यूअर अट्रैक्ट करने में स्पोर्ट्स के कंटेंट सबसे आगे हैं. वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के टॉप 15 में से 9 टाइटल स्पोर्ट्स कैटेगरी के हैं. इस साल की पहली छमाही के दौरान वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के लिए यूजर जुटाने में आईपीएल 2024 और टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप अव्वल रहे. उन 6 महीनों के दौरान भारत में सभी ऑनलाइन वीडियो प्लेटफॉर्म को मिलाकर 8 लाख करोड़ मिनट कंटेंट देखे गए. ऑनलाइन वीडियो कंजम्पशन में 92 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यूट्यूब पहले नंबर पर रहा.


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