मुंबई-गांधीनगर शताब्दी एक्सप्रेस से यात्रा करने वाले यात्रियों का सफर अब और भी आरामदायक और मजेदार होगा. इस ट्रेन में विस्टाडोम कोच को जोड़ा गया है, जिसमें यात्रा करना किसी भी यात्री के लिए बेहद शानदार होगा. इस विस्टाडोम कोच में बेहद बड़े-बड़े कांच के शीशे लगाए गए हैं, जिससे यात्रा के दौरान यात्रियों को बाहर का नजारा एकदम साफ दिखाई दे सके. इसके अलावा इसकी छत को भी शीशों से बनाया गया है. रेल मंत्रालय ने इस कोच का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें बैठकर यात्री अपने सफर का आनंद ले रहे हैं. वीडियो में लोग अखबार पढ़ते, बड़ी-बड़ी कांच की खिड़कियों से बाहर का दृश्य देखते और एक-दूसरे से बातें करते नजर आ रहे हैं.
यात्रियों ने साझा किया अपना अनुभव
यात्रियों ने विस्टाडोम कोच में सफर के दौरान अपना अनुभव साझा किया और अन्य ट्रेनों में भी इस तरह की सफाई और सुरक्षा की मांग की. एक यूजर ने कहा कि यात्रा सुरक्षित और काफी सुंदर रही. वहीं एक अन्य यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनिंदा ट्रेनों पर ध्यान देने के बजाय ,सरकार को देश में संचालित सभी ट्रेनों में सफाई, सुरक्षा, सर्विस, आपात मेडिकल सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिये. इसके अलावा जो लोग नियम कानून तोड़ें उनके लिए कठोर सजा का प्रावधान करना चाहिए.
इन सुविधाओं से लैस है कोच
कोच में लगे बड़े-बड़े शीशों से बाहर का नजारा काफी आकर्षक लगता है। इसके अलवा इसमें घुमावदार सीटें हैं, जो विमान में बैठने का ऐहसास कराती हैं. इसकी छत का निर्माण भी कांच से किया गया है. इसमें एक साथ 44 यात्री सफर कर सकते हैं.
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