Vivo भारत में 2023 तक 3500 करोड़ रुपये करेगी इंवेस्ट, मोबाइल उपकरणों के निर्यात का भी प्लान
Vivo Investment in India: साल 2023 तक वीवो कंपनी 3500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और फिर अपने अगले चरण में यह 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है.
ViVo : स्मार्टफोन कंपनी वीवो (Vivo) देश में अपनी विनिर्माण सुविधाओं के विस्तार पर अगले दो साल में 3,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि उसकी इस साल भारत से अपने उपकरणों का निर्यात शुरू करने की भी योजना है. वीवो भारत में लगातार निवेश कर रही है और कंपनी ने ग्रेटर नोएडा में एक मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट भी खोला है.
2021 तक वीवो कर चुकी है 1900 करोड़ रुपये का निवेश
वीवो इंडिया के निदेशक (कारोबार रणनीति) पैगम दानिश ने बताया कि यह निवेश 7500 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो कंपनी ने भारत के लिए किया था. हमने 2021 तक कुल मिलाकर 1900 करोड़ रुपये का निवेश किया है. कंपनी इंडियन प्रीमियर लीग की स्पॉन्सरशिप भी रख चुकी है और इस मद में भी कंपनी ने काफी बड़ी रकम खर्च की थी. हालांकि भारत में कुल निवेश की योजना इससे अलग है.
मैन्यूफैक्चरिंग में होगा निवेश
दानिश ने कहा, ‘‘हम पहले ही 2021 तक 1,900 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं. हम 2023 तक 3,500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे और फिर अपने अगले चरण में हम 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह निवेश केवल विनिर्माण में है.’’
10 करोड़ कस्टमर्स का आंकड़ा पार किया वीवो ने
उन्होंने कहा कि कंपनी ग्रेटर नोएडा में स्थित अपने संयंत्रों से मोबाइल फोन की सभी स्थानीय मांगों को पूरा करती है और अब भारत से स्मार्टफोन का निर्यात शुरू करना चाहती है. उन्होंने कहा कि वीवो ने भारतीय बाजार में 10 करोड़ उपभोक्ताओं की संख्या को पार कर लिया है.
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