(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Vodafone Idea FPO: 18 अप्रैल को खुल रहा वोडाफोन-आइडिया का एफपीओ, जानें प्राइस बैंड और अन्य डिटेल
Vodafone Idea FPO: टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया का 18,000 करोड़ रुपये का एफपीओ खुलने जा रहा है. हम आपको इसके प्राइस बैंड से लेकर अन्य डिटेल्स के बारे में बता रहे हैं.
Vodafone Idea FPO: देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड का एफपीओ गुरुवार को खुल रहा है. इस फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ के जरिए कंपनी 18,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है. कंपनी का एफपीओ 18 अप्रैल 2024 को खुलेगा और इसमें 22 अप्रैल तक पैसे लगाए जा सकते हैं. एंकर निवेशकों के लिए एफपीओ आज ही खुल गया है. नकदी संकट से जूझ रही कंपनी इस एफपीओ के जरिए पैसे जुटाने की कोशिश कर रही है. हम आपको एफपीओ के खुलने से पहले कुछ जरूरी बातों के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
ये है भारतीय बाजार का सबसे बड़ा एफपीओ
टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया द्वारा लाया जाने वाला एफपीओ भारतीय बाजार का अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ है. इससे पहले यस बैंक ने एफपीओ के जरिए 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश की थी. इसके बाद अडानी ग्रुप ने पिछले साल जनवरी में 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ लाने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में समूह ने इसे वापस लेने का फैसला कर लिया था.
कंपनी ने कितना तय किया प्राइस बैंड
वोडाफोन-आइडिया के एफपीओ के शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर है. वहीं कंपनी ने इसका प्राइस बैंड 10 से 11 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया है. इस एफपीओ आप एक बार में 1298 शेयरों का एक लॉट खरीद सकते हैं. वहीं अधिकतम 14 लॉट यानी 18172 शेयरों में एक बार में बोली लगाई जा सकती है. ऐसे में खुदरा निवेशक एक बार में 14,278 रुपये से लेकर 1,99,892 रुपये तक इसमें निवेश कर सकते हैं.
FPO के फंड का क्या करेगी कंपनी?
इस एफपीओ में कंपनी फ्रेश शेयर जारी करने वाली है. ऐसे में एफपीओ के जरिए जुटाई जाने वाली रकम कंपनी के खाते में जाएगी. इसमें 50 फीसदी हिस्से को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए, 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल बायर्स और 15 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व किया गया है. इस एफपीओ में सफल निवेशकों को 23 अप्रैल को शेयर आवंटित किए जाएंगे. वहीं 24 अप्रैल को शेयरों को डीमैट खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे.
फंड का क्या करेगी कंपनी?
वोडाफोन-आइडिया ने जानकारी दी है कि इस एफपीओ के जरिए जुटाई गई रकम से कंपनी 12,750 करोड़ रुपये नए साइटें लगाने, मौजूदा 4 जी सेवा का विस्तार और 5जी सेवा को शुरू करने के लिए करेगी. वहीं इसमें से 2,175 करोड़ का इस्तेमाल टेलीकॉम डिपार्टमेंट और जीएसटी डिपार्टमेंट के बकाया राशि को चुकाने के लिए किया जाएगा.
कैसी है कंपनी की वित्तीय सेहत?
वित्त वर्ष 2024 में वोडाफोन-आइडिया को अप्रैल से दिसंबर तक कुल 23,564 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 32,045 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी पर साल 2023 के अंत तक कुल 2.13 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है जिसमें से कंपनी को इस साल कुल 5,385 करोड़ रुपये चुकाने हैं.
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