Vodafone Idea Share Price: वित्तीय संकट से जूझ रही देश की तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आईडिया के स्टॉक ने अपने निवेशकों को पिछले छह महीने में जोरदार रिटर्न दिया है. 6 महीने के भीतर वोडाफोन आईडिया का स्टॉक 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है. यानि निवेशकों का पैसा डबल निचले लेवल से डबल हो चुका है.  


7 महीने में 141 फीसदी का रिटर्न 


वोडाफोन आईडिया के स्टॉक की चाल पर नजर डालें तो 31 मार्च 2023 को स्टॉक ने 5.70 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जा फिसला था. 2 नवंबर 2023 को स्टॉक 13.75 रुपये पर क्लोज हुआ है. यानि 7 महीने में शेयर ने अपने निवेशकों को 141 फीसदी का रिटर्न दिया है. निवेशकों को हर एक शेयर पर 8.05 रुपये का मुनाफा हो रहा है. 


क्यों आई शेयर में तेजी 


वोडाफोन आईडिया को एचडीएफसी बैंक ने 2000 करोड़ रुपये का कर्ज मुहैया कराया है जिससे कंपनी लाइसेंस फीस और 5जी स्पेक्ट्रम पेमेंट का भुगतान कर सके. दो साल की अवधि के लिए ये लोन दिया गया है. पर कंपनी का सबसे बड़ा ध्यान इक्विटी बेचकर धन जुटाने पर है. हाल ही में कंपनी के सीईओ अक्षय मूंद्रा ने कहा कि प्रमोटर्स ने कंपनी में 2000 करोड़ रुपये निवेश का भरोसा दिया है. साथ ही कंपनी इकिविटी बेचकर फंड जुटाने की कोशिशों में है और इसे मौजूदा तिमाही में पूरा कर लिया जाएगा. आपको बता दें लंबे समय से वोडाफोन आइडिया फंड जुटाने की कोशिशों में जुटी है पर कंपनी को सफलता नहीं मिल पाई है. 


2.11 लाख करोड़ रुपये है कर्ज 


वोडाफोन आइडिया पर भारी भरकम कर्ज बकाया है. कंपनी पर करीब 2.11 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. कंपनी पर वित्तीय संकट ऐसा कि 5जी स्पेक्ट्रम लेने के बाद भी सर्विसेज लॉन्च नहीं कर पाई है. जबकि वोडाफोन आइडिया लगातार ग्राहक की गंवाती जा रही है. कंपनी की प्रतिद्वंदी रिलायंस जियो और एयरटेल 5जी सर्विसेज लॉन्च कर चुकी है. 


कंपनी को पूंजी की जरूरत 


इस वर्ष फरवरी में सरकार के बकाये 16133 करोड़ रुपये को इक्विटी के बदल दिया गया जिसके बाद सरकार वोडाफोन आइडिया में सबसे बड़ी स्टेकहोल्डर हो गई है. सरकार के पास कंपनी में करीब 33 फीसदी हिस्सेदारी है. सरकार को 10 रुपये के फेस वैल्यू पर शेयर जारी किया गया है. वोडाफोन आइडिया कर्ज के बोझ में डूबी हुई है और कंपनी को भारी भरकम पूंजी की जरूरत है जिससे वो 5जी सेवा को लॉन्च करने का साथ ही कर्ज का भुगतान कर सके.  


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