गोल्ड के दाम में फेस्टिवल सीजन में दिखेगा उतार-चढ़ाव, सोच-समझ कर खरीदें
भारत में ज्वैलर्स और गोल्ड-ज्वैलरी स्टोर्स ने मांग और बिक्री में बढ़ोतरी के लिए फेस्टिवल सीजन पर उम्मीद लगाई हुई है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों की वजह से गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव दिख सकता है.
गोल्ड की कीमतों पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का असर रहेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 3 नवंबर को होंगे. कमोडिटी विश्लेषकों और बुलियन डीलरों का कहना है कि अगले कुछ समय तक सोने के दाम में तेजी दिख सकती है लेकिन उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है. दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की वजह से अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम में दिखने वाले बदलाव का असर गोल्ड की कीमतों पर दिख सकता है. इससे ज्वैलरी कारोबार में दिक्कतें आ सकती हैं.
फेस्टिवल सीजन में गोल्ड की मांग बढ़ेगी?
भारत में ज्वैलर्स और गोल्ड-ज्वैलरी स्टोर्स ने मांग और बिक्री में बढ़ोतरी के लिए फेस्टिवल सीजन पर उम्मीद लगाई हुई है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों की वजह से गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव दिख सकता है, इससे ज्वैलरी के घरेलू डिमांड कम हो सकती है. ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन का कहना है कि गोल्ड में अच्छी खरीदारी हो इसके लिए जरूरी है कि फेस्टिवल सीजन के दौरान इसके दाम स्थिर रहे हैं.
इस बीच, गोल्ड के दाम में काफी इजाफा देखने को मिला है. अगस्त में गोल्ड कीमत बढ़ कर 56 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गई थी. इस साल गोल्ड 40 फीसदी रिटर्न दे चुका था. सितंबर से दाम में गिरावट शुरू हो गई और अब तक दस ग्राम पर 6 हजार रुपये दाम घट गए. गोल्ड अब 50 हजार से भी नीचे आ गया है. अगले कुछ दिनों में गोल्ड के दाम अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों से काफी ज्यादा प्रभावित होंगे.
गोल्ड की कीमतों पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का असर
खास कर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए बाजार की लिक्वडिटी में कुछ कमी आ सकती है. इसका असर गोल्ड की कीमतों पर पर पड़ सकता है. विश्लेषकों का मानना है कि गोल्ड की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव का असर ज्वैलरी बिजनेस और कंज्यूमर डिमांड दोनों पर पड़ सकता है. कुछ निवेशक गोल्ड की कीमत अगले साल के अंत तक 65 से 68 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंचने की उम्मीद लगा रहे हैं. फेस्टिवल सीजन में गोल्ड की कीमत बढ़ कर 53 से 54 हजार रुपये दस ग्राम तक पहुंच सकती है.