Oldest Company of India: भारत ने अपने दिग्गज कारोबारी समूहों के जरिए पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है. आजादी के बाद लोगों की जुबान पर टाटा और बिड़ला का नाम रहता था. अब लोग अंबानी और अडानी की सफलता के किस्से गाते पाए जाते हैं. इसके अलावा भारतीय कारोबार जगत में गोयनका, नादर, प्रेमजी और गोदरेज फैमिली का नाम भी सम्मान से लिया जाता है. हालांकि, इनमें से कोई भी देश का सबसे पुराना कारोबारी ग्रुप नहीं है. आज हम आपको उसी बिजनेस ग्रुप की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने हिंदुस्तान को कारोबार की लत लगाई. देश की सबसे पुरानी कंपनी होने का सम्मान वाडिया ग्रुप (Wadia Group) के पास जाता है.
1736 में लवजी नुसरवानजी वाडिया ने शुरू की थी कंपनी
वाडिया ग्रुप का इतिहास लगभग 300 साल पुराना है. साल 1736 में लवजी नुसरवानजी वाडिया (Lovji Nusserwanjee Wadia) ने गुजरात के सूरत में वाडिया ग्रुप की शुरुआत की थी. वह मशहूर शिप निर्माता थे. उन्होंने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्हें शिप बनाने और मुंबई का पहला डॉक बनाने का कॉन्ट्रैक्ट हासिल हुआ था. उन्होंने एक ऐसी नींव डाली, जिसके दम पर आने वाली पीढ़ियों ने वाडिया ग्रुप की नींव रखी.
वाडिया ग्रुप का मार्केट कैप 1.20 लाख करोड़ रुपये
वाडिया ग्रुप आज 1.20 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप का कारोबारी समूह बन चुका है. इस ग्रुप की तीन कंपनियां बॉम्बे डायिंग (Bombay Dyeing), ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries) और बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉर्प (Bombay Burmah Trading Corporation) 100 साल से भी ज्यादा समय से स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं. बॉम्बे डायिंग की स्थापना 1879 में हुई थी. इसे टेक्सटाइल इंडस्ट्री की दिग्गज कंपनियों में गिना जाता है. साल 1892 में बनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज बिस्किट से लेकर डेयरी आइटम बनाती है. बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग की स्थापना 1863 में हुई थी और यह प्लांटेशन, हेल्थकेयर और रियल एस्टेट सेक्टर में काम कर रही है.
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