क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में एलन मस्क की कंपनी टेस्ला की ओर से डेढ़ अरब डॉलर के निवेश के बाद इसकी कीमतों में 15 फीसदी की उछाल दर्ज की गई है. पहली बार इसकी कीमतें 44,000 डॉलर के पार हो गईं. इसके बाद बिटक्वाइन के प्रति निवेशकों में नया उत्साह दिखा है. टेस्ला ने यह भी कहा है कि वह अपनी इलेक्ट्रिक कारों के लिए डिजिटल क्वाइन में ही पेमेंट लेगी.


बिटक्वाइन में बढ़ी खरीदारी


भारत में पहले आरबीआई ने बिटक्वाइन ट्रेडिंग को इजाजत देने से इनकार कर दिया था लेकिन पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने आरबीआई के उस बैन को खत्म कर दिया, जिसमें बैंकों और वित्तीय संस्थानों को क्रिप्टोकरेंसी के लिए बैंकिंग सुविधा देने से रोक दिया गया था. अब जबकि एलन मस्क की कंपनी ने बिटक्वाइन में बड़े निवेश का ऐलान किया है तो लोगों का ध्यान एक बार फिर इस क्रिप्टोकरेंसी की ओर गया और इसमें खरीदारी बढ़ गई है. यही वजह है इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमतें 44 हजार डॉलर तक पहुंच गई हैं.


इंडियन एक्सचेंज में क्या है बिटक्वाइन की कीमतें?


भारतीय एक्सचेंजों में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं. इनमें बिटक्वाइन के अलावा, रिपल, एथेरियम, लाइटक्वाइन, बिटक्वाइन कैश और मोनेरो जैसी करेंसी शामिल हैं. इंडियन एक्सचेंजों में तीन तरह के बिटक्वाइन उपलब्ध हैं. इनमें बाइयूक्वाइन, लोकल बिटक्वाइन और यूनोक्वाइन शामिल हैं.बाइयूक्वाइन की कीमत 36 लाख 7,500 रुपये से ऊपर चल रही है. वहीं लोकल बिटक्वाइन की कीमत 34 लाख 79 हजार 800 रुपये से ऊपर है. वहीं यूनोक्वाइन की कीमत 34 लाख 53 हजार 400 रुपये तक पहुंच चुकी है.


और बढ़ सकती हैं बिटक्वाइन की कीमतें


दूसरी कई कंपनियों ने भी बिटक्वाइन में निवेश किया है. माइक्रोस्ट्रेटजी इंक ने 1.1 बिलियन डालर इस पर खर्च किए हैं. स्क्वायर इंक ने भी निवेश की घोषणा की थी. अक्टूबर में कंपनी की घोषणा में कह गया था उसने 2020 की दूसरी तिमाही में लगभग 50 मिलियन डॉलर की संपत्ति को क्रिप्टो में बदल दिया है. मिलर वैल्यू पार्टनर्स के बिल मिलर जैसे पेशेवरों ने कहा है कि आने वाले वक्त में इस ट्रेंड में और बढ़ोतरी होगी.


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