Warren Buffett: वारेन बफेट को भारत में दिख रहे बड़े अवसर, बताया कंपनी का फ्यूचर प्लान
Berkshire Hathaway: बर्कशायर हेथवे के सीईओ वारेन बफेट ने शेयरहोल्डर्स से कहा कि भारत में जबरदस्त अवसर हैं. हालांकि, निवेश का फैसला युवा मैनेजमेंट ले तो बेहतर होगा.
Berkshire Hathaway: वारेन बफेट की गिनती दुनिया के सबसे बड़े निवेशकों में की जाती है. दुनियाभर के निवेशक उम्मीद से उनकी ओर देखते रहते हैं. उन्होंने होने कई निवेश को मल्टीबैगर बनाकर दिखाया है. हर साल वह बर्कशायर हेथवे की सालाना मीटिंग को संबोधित करते हैं. वित्तीय जगत को इस इवेंट का बेसब्री से इंतजार रहता है. इस दौरान वारेन बफेट कंपनी के फ्यूचर प्लान, इनवेस्टमेंट, कॉरपोरेट गवर्नेंस और इकोनॉमी जैसे कई मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं. इस साल उन्होंने भारत में निवेश के संकेत दिए हैं. वारेन बफेट ने कहा कि भारत में जबरदस्त अवसर हैं. हालांकि, उन्होंने भारत में निवेश का फैसला कंपनी के अगले मैनेजमेंट पर छोड़ दिया है.
बर्कशायर हेथवे का अगला मैनेजमेंट लेगा फैसला
बर्कशायर हेथवे के सीईओ वारेन बफेट ने शेयरहोल्डर्स से कहा कि हम अभी तक भारत में एंट्री नहीं कर पाए हैं. वहां कई सारी संभावनाएं हैं. मगर, इस एशियाई देश के बारे में फैसला मैं नहीं लेना चाहता. यह काम हमारे अगले मैनेजमेंट को करना होगा. भारत के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमें भारत को लेकर स्पष्ट रणनीति बनानी होगी. हमें देखना होगा कि बर्कशायर हेथवे को किस सेक्टर में कितना लाभ हो सकता है. भारत भी चाहता होगा कि हम वहां निवेश करें. मगर, यह काम अगला मैनेजमेंट करे तो ज्यादा अच्छा रहेगा.
जापान में हमारे निवेश का नतीजा बेहतरीन निकला
उन्होंने कहा कि जापान में हमारे निवेश का नतीजा बेहतरीन निकला है. ऐसी कई संभावनाएं भारत में भी हैं. हालांकि, युवा मैनेजमेंट इस बारे में बेहतर निर्णय ले सकता है. आपको इसके लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. वारेन बफेट के इस बयान से साफ है कि वह जल्द ही बर्कशायर हेथवे का कंट्रोल किसी युवा अधिकारी के हाथ में सौंपना चाहते हैं.
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई इकोनॉमी
पिछले कुछ सालों में भारतीय इकोनॉमी की उछाल कमाल की रही है. दुनिया में चल रहीं अलग-अलग तरह की दिक्कतों के बावजूद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बनी हुई है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8.4 फीसदी रही थी. यही वजह है कि टेस्ला और बर्कशायर हेथवे जैसी दिग्गज कंपनियां अब भारत की ओर आशा की नजरों से देख रही हैं.
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