Wedding Spends Report: एक तरफ देश में शादियों का सीजन चल रहा है. और इस बीच शादी रचा रहे या फिर रचाने की सोच रहे युवाओं को लेकर एक बेहद रोचक सर्वे सामने आया है. माता-पिता या अभिभावक जहां अपने बच्चों की विवाह और उसमें होने वाले खर्च को लेकर बेहद सजग रहते हैं. वे शुरू से ही बच्चों की शादी के लिए बचत करना शुरू कर देते हैं. लेकिन आपको ये जानकार हैरानी होगी कि आज के युवक या युवतियां अपने विवाह के खर्च के लिए अभिभावक पर निर्भर नहीं रहना चाहते. एक सर्वे के मुताबिक 42 फीसदी युवा अपनी शादी पर होने वाले खर्च की खुद फंडिंग करना चाहते हैं.
युवा खुद उठाना चाहते हैं शादी का खर्च
इंडियालेंड्स (IndiaLends) ने वेडिंग स्पेंड्स रिपोर्ट 2.0 नाम से एक रिपोर्ट जारी किया है. इंडियालेंड्स ने अपनी स्टडी में पाया कि आज के युवा अपनी शादी की फंडिंग खुद करना चाहते हैं और अपने माता-पिता पर शादी में होने वाले खर्च का बोझ नहीं डालना चाहते. जिन युवाओं के बीच सर्वे किया गया उनमें ये 42 फीसदी अपनी शादी की फंडिंग खुद करना चाहते हैं.
60% महिलाएं खुद करना चाहती है फंडिंग
माता - पिता अपनी बेटी की शादी के खर्च को लेकर सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं. लेकिन सर्वे में एक हैरान करने वाली बात निकलकर सामने आई है. सर्वे के मुताबिक 60 फीसदी महिलाएं अपनी शादी में होने वाले खर्च की फंडिंग खुद करना चाहती हैं जबकि पुरुषों की संख्या केवल 52 फीसदी है. जिन युवाओं के बीच सर्वे किया गया उनमें से 58.8 फीसदी बेहद शादगी और अंतरंग समारोहों वाली शादी करना चाहते हैं. इससे स्पष्ट है कि आज के युवा तामझाम, तड़क-भड़क वाले समारोह की जगह पारम्परिक तौर पर सादगी तरीके से शादी को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. जबकि 35.3 फीसदी युवा बड़े ही तामझाम, खूब खर्च कर धूमधाम के साथ शादी रचाना चाहते हैं.
26.3% फंडिंग के लिए लेंगे लोन
आज के युवा शादी में होने वाले खर्च फंडिंग कैसे करेंगे? सर्वे में जब ये पता लगाने की कोशिश की गई तो 42.1 फीसदी वर-वधु ने कहा कि वे अपने बचत के जरिए शादी करना पसंद करेंगे. जबकि 26.3 फीसदी वर-वधु ने कहा कि वे शादी की फंडिंग के लिए लोन लेंगे. जो लोग लोन लेंगे उसमें से 67.7 फीसदी लोगों ने कहा कि वे 1 -5 लाख रुपये तक लोन लेने की योजना बना रहे हैं. जबकि 27.7 फीसदी लोगों ने तय नहीं किया है कि वे फंडिंग कैसे करेंगे. जिन लोगों के बीच ये सर्वे किया गया उसमें 70 फीसदी लोगों का शादी में खर्च का बजट 1 -10 लाख रुपये है. 21.6 फीसदी युवाओं का बजट 11.25 लाख रुपये के बीच है. जबकि 8.4 फीसदी युवा ऐसे हैं जिनका बजट 25 लाख रुपये से ज्यादा है. इंडियालेंड्स के फाउंडर और सीईओ गौरव चोपड़ा ने कहा, हम आज के युवाओं के विचारों में बड़ा परिवर्तन देख रहे हैं. अपनी शादी की खुद फंडिंग वित्तीय स्वतंत्रता के साथ सोच समझकर फैसले लेने की ओर इशारा कर रहा है.
15-25 लाख रुपये औसतन शादी पर खर्च
इंडियालेंड्स ने अक्टूबर से नवंबर के बीच 1200 लोगों के बीच ये सर्वे किया है. देश के 20 शहरों में 25 से 40 वर्ष के आयु के बीच ये सर्वे किया गया है. जिसमें 34.1 फीसदी 25 से 28 वर्ष की आयु के, 29 से 35 वर्ष के आयु के 30 फीसदी लोग हैं. इसमें 65 फीसदी पुरुष और 35 फीसदी महिलाएं हैं. इस सर्वे के जरिए युवाओं की वित्तीय क्षमता और मौजूदा दौर में शादियों के प्रति सोच को पता लगाने की कोशिश की गई है. सर्वे के मुताबिक 50.4 फीसदी युवा ने कहा कि वे अरैंज शादी करना पसंद करेंगे तो 49.6 फीसदी लव मैरेज करना पसंद करेंगे. सर्वे के मुताबिक जिनकी सालाना आय 5 -10 लाख रुपये के बीच है वे 7 -10 लाख रुपये से ज्यादा शादी पर खर्च नहीं करना चाहते. एक अनुमान के मुताबिक औसतन भारतीय मध्यम-वर्ग शादी पर 15 - 25 लाख रुपये के बीच खर्च करता है.
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