नई दिल्लीः बीते सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की पांच हफ्तों की तेजी पर ब्रेक लग गया. बाजार के प्रमुख सूचकांक 3 मार्च को खत्म सप्ताह में गिरावट के साथ बंद हुए. इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 60.52 अंकों यानी 0.21 फीसदी की कमजोरी के साथ 28,832.45 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों का संवेदी सूचकांक निफ्टी 41.95 अंकों यानी 0.47 फीसदी की कमजोरी के साथ 8,897.55 पर बंद हुआ. बीएसई मिडकैप सूचकांक 123.07 अंकों यानी 0.91 फीसदी की गिरावट के साथ 13,409.04 पर और बीएसई स्मॉलकैप 32.39 अंकों यानी 0.24 फीसदी की बढ़त के साथ 13,620.17 पर बंद हुआ.


सप्ताह के पहले दिन सोमवार यानी 27 फरवरी को बिकवाली के दबाव की वजह से बाजार में गिरावट रही. सेंसेक्स 80.09 अंकों यानी 0.28 फीसदी की गिरावट के साथ 28,812.88 पर बंद हुआ जो 21 फरवरी 2017 के बाद इसका सबसे निचला बंद स्तर है. मंगलवार यानी 28 फरवरी को भी घरेलू बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ. सेंसेक्स 69.56 अंकों यानी 0.24 फीसदी की कमजोरी के साथ 28,743.32 पर बंद हुआ जो 20 फरवरी 2017 के बाद इसका सबसे निचला बंद स्तर है.


हालांकि, बाजार में बुधवार यानी एक मार्च को मजबूत घरेलू आर्थिक आंकड़ों और सकारात्मक वैश्विक संकेतों की वजह से मजबूती देखने को मिली. सेंसेक्स 241.17 अंकों यानी 0.84 फीसदी की उछाल के साथ 28,984.49 पर बंद हुआ जो आठ सितंबर 2016 के बाद इसका सबसे उच्चतम बंद स्तर रहा. बाजार में गुरुवार यानी दो फरवरी को गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स 144.70 अंकों यानी 0.50 फीसदी की मजबूती के साथ 28,839.79 पर बंद हुआ.


वहीं, शुक्रवार यानी 3 मार्च को बाजार में गिरावट रही. सेंसेक्स 7.34 अंकों यानी 0.03 फीसदी की कमजोरी के साथ 28,832.45 पर बंद हुआ जो 28 फरवरी 2017 के बाद इसका सबसे निचला बंद स्तर रहा.


घरेलू बाजार में शुक्रवार को सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 में गिरावट रही जबकि बाकी में मजबूती दर्ज की गई. एनटीपीसी (5.75 फीसदी), भारती एयरटेल (2.85 फीसदी), एक्सिस बैंक (2.81 फीसदी) की गिरावट रही जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर (2.19 फीसदी), टाटा स्टील (2.04 फीसदी), गेल (0.63 फीसदी) की गिरावट दर्ज की गई.


वैश्विक मोर्चे की बात करें तो अमेरिका के श्रम विभाग के मुताबिक, 25 फरवरी को खत्म सप्ताह में बेरोजगारी दर पिछले 40 वर्षों के निचले स्तर पर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंपनियों और मध्यवर्गीय परिवार वालों के लिए करों में कटौती का वादा किया है जिसका बीते सप्ताह दुनियाभर के बाजारों पर असर पड़ा.