आपका पैसा: फ्लोटिंग रेट बॉन्ड क्या हैं? कैसें करें इनमें निवेश, कैसे कमाएं रिटर्न
आरबीआई ने हाल में उस बॉन्ड को वापस ले लिया था, जिस पर 7.75 फीसदी का इंटरेस्ट रेट था. अब सरकार ने 7.15 फीसदी ब्याज दर वाला बॉन्ड लॉन्च किया है.
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सरकार ने इस महीने की शुरुआत में टैक्सेबल फ्लोटिंग रेट बॉन्ड जारी कर दिए थे. 7.15 फीसदी ब्याज वाले बॉन्ड में अब निवेश किया जा सकता है. इन बॉन्ड्स पर ब्याज दर हर छह महीने में बदलेगी. ब्याज भी हर छह महीने में मिलेगा.आरबीआई ने हाल में उस बॉन्ड को वापस ले लिया था, जिस पर 7.75 फीसदी का इंटरेस्ट रेट था. अब सरकार ने 7.15 फीसदी ब्याज दर वाला बॉन्ड लॉन्च किया है.
इस बॉन्ड में कोई भी व्यक्ति (ज्वाइंट होल्डिंग समेत) और एचयूएफ यानी हिंदू अविभाजित परिवार निवेश कर सकता है. अनिवासी भारतीय यानी एनआरआई इसमें निवेश नहीं कर सकते.यह बॉन्ड सात साल की मैच्योरिटी पीरियड का है. हालांकि सीनियर सिटिजन्स अवधि पूरा होने से पहले इसे भुना सकते हैं. बॉन्ड में निवेश की अधिकतम सीमा नहीं है. इसमें निवेश एक हजार रुपये शुरू किया जा सकता है और फिर इसके मल्टीपलट में पैसा लगाया जा सकता है.
बॉन्ड पर कितना मिलेगा ब्याज
बॉन्ड का ब्याज नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट यानी NSC से लिंक्ड है.चूंकि यह फ्लोटिंग रेट पर ब्याज देगा इसलिए हर छह महीने में यानी 1 जनवरी और 1 जुलाई को ब्याज की दर बदलती रहेगी. अब ब्याज दर में पहला बदलाव 1 जनवरी 2021 को होगा. बॉन्ड पर जिस दिन ब्याज देय होगा उसी दिन उसे निवेशक के बैंक खाते में क्रेडिट कर दिया जाएगा.
ये बॉन्ड किसी भी सरकारी बैंक से खरीदे जा सकते हैं. इसके अलावा यह एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और आईडीबीआई बैंक से भी खरीद सकते हैं.ये बॉन्ड शेयर बाजार में नहीं बेचे जा सकते और न ही बैंक, वित्तीय संस्थान, एनबीएफसी से इनके एवज में लोन लिया जा सकता है. बॉन्ड होल्डर इसमें नॉमिनेशन कर सकता है. बॉन्ड होल्डर की मृत्यु की स्थिति मे नॉमिनी के नाम से यह ट्रांसफर हो जाएगा.
टैक्स देनदारी
जैसा कि नाम से जाहिर है यह टैक्सेबल बॉन्ड है. यानी बॉन्ड पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगेगा. यह टैक्स आपके इनकम स्लैब के मुताबिक लगेगा. इसके अलावा ब्याज आय पर टीडीएस भी लागू होगा.
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