नई दिल्ली: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने इस बार का केंद्रीय बजट एक अग्रणी बजट है.  यह फिजिकल और फाइनेंशियल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए रोडमैप प्रदान करता है.


दिनेश कुमार खारा ने कहा, "जैसा की शुरुआत से ही सभी जानते हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर आत्मनिर्भर भारत की नींव है. पूंजीगत व्यय को 5.54 लाख करोड़ रुपये बढ़ाया गया है जोकि 2020-2021 के बजट से 34.5% ज्यादा है. इसके अतिरिक्त राज्यों और स्वायत्त निकायों के खर्च के लिए 2 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है."


एसबीआई चेयरमैन ने कहा, "गहन विश्लेषण करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि वित्त मंत्री ने बहुत ही सही तरीके से पूंजीगत व्यय में तेज वृद्धि के माध्यम से सरकार की भूमिका का विस्तार करके मांग पक्ष की उम्मीदों को पूरा करने की कोशिश की है." उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी का बड़ी संख्या में लोगों पर असर देखते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र की ओर पूरा ध्यान दिया गया है. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना लॉन्‍च की गई है.


दिनेश कुमार खारा ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारतमाला परियोजना, नेशल रेल प्लान-2030 के तहत सड़कें, टियर-1 व टियर-2 शहरों में मेट्रो रेल और पीपीपी आधार पर प्रमुख बंदरगाहों के परिचालन प्रबंधन जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए संसाधन जुटाए हैं.


एसबीआई चेयरमैन के मुताबिक बजट में वितरण कंपनियों की व्‍यवहारिकता पर ध्यान दिया गया है, जिसकी उन्हें जरूरत भी है. आधारिक संरचना के लिए वित्तिय व्यवस्था से संबंधित मुद्दों पर भी अच्छी तरह से ध्यान दिया गया है.  बुनियादी ढांचे की वित्तिय व्यवस्था के लिए के लिए  नेशनल डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन बनाने का पैसला किया गया है जिसका मकसद कर्ज की समस्या को दूर करना है.


दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बित्त मंत्री के बजट भाषण में सरकार का फोकस भारम में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर है. वित्त मंत्री एक बार टैक्स सिस्टम को पारदर्शी बनाने और कुशल बनाने के संकल्प को दोहराया है.


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