प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया संयुक्त अरब अमीरात यात्रा काफी चर्चा में है. पीएम मोदी की यह यात्रा देश से बाहर भी सुर्खियां बटोर रही हैं. इसकी सबसे मुख्य वजह है भारत मार्ट, पीएम मोदी ने बुधवार को जिसका शिलान्यास किया. बताया जा रहा है कि यह भारत मार्ट वैश्विक अर्थव्यवस्था और आपूर्ति श्रृंखला में चीन को टक्कर देने की भारतीय रणनीति का हिस्सा है. ऐसी उम्मीदें जाहिर की जा रही हैं कि आने वाले सालों में ग्लोबल सप्लाई चेन में चीन को रिप्लेस करने में भारत को इस मार्ट से काफी मदद मिलने वाली है.


2025 में परिचालन शुरू होने की उम्मीद


सबसे पहले तो ये जान लीजिए कि अभी भारत मार्ट का औपचारिक शिलान्यास हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त अरब अमीरात के वाइस प्रेसिडेंट मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम ने इसकी आधारशिला रखी है. अभी इसका पूरा कॉन्सेप्ट सामने नहीं आया है और न ही फिलहाल इसके निर्माण कार्य की शुरुआत हुई है. हालांकि निर्माण कार्य जल्द शुरू होने वाला है और अगले साल भारत मार्ट का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है.


मार्ट में होंगी ये सारी सुविधाएं


जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, भारत मार्ट एक मार्ट जैसा ही होगा. यह भारत के निर्यातकों को दुबई में एक अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा, जहां वे एक छत के नीचे अपने विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शित कर सकेंगे. भारत मार्ट दुबई के जेबेल अली फ्री जोन यानी जाफ्जा में बनेगा. जाफ्जा का प्रबंधन डीपी वर्ल्ड के द्वारा किया जाता है. यह प्रस्तावित मार्ट 1 वर्गमीटर से ज्यादा में फैला होगा. मार्ट परिसर में कई तरह की सुविधाएं होंगी, जिनमें वेयरहाउस, रिटेल, हॉस्पिटलिटी आदि शामिल हैं.


डिजिटल प्लेटफॉर्म की भी योजना


भारत मार्ट के अंदर शोरूम, ऑफिस आदि सुविधाएं भी होंगी. मार्ट की वेयरहाउस फैसिलिटी में भारी मशीनों से लेकर जल्द खराब होने वाले सामानों तक, सबको स्टोर करने की सुविधा होगी. कुछ रिपोर्ट में ये भी दावा किया जा रहा है कि भारत मार्ट के तहत एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने की भी योजना है, जो दुनिया भर के खरीदारों को एक ही जगह पर हर तरह के मेड इन इंडिया प्रोडक्ट को खरीदने की सहूलियत देगा.


खुलेगी वैश्विक बाजार की खिड़की


जिस जेबेल अली फ्रील जोन में भारत मार्ट को बनाया जाएगा, उसकी भौगोलिक स्थिति भी काफी महत्वपूर्ण है. जाफ्जा के नाम से मशहूर फ्री जोन जेबेल अली पोर्ट के पास है. यानी रणनीतिक भौगोलिक स्थिति से भारत मार्ट को ग्लोबल ट्रेड रूट और ग्लोबल सप्लाई चेन के साथ इंटीग्रेट होने में आसानी रहेगी. कुल मिलाकर ऐसा कह सकते हैं कि दुबई स्थित भारत मार्ट भारतीय निर्यातकों खासकर एमएसएमई के लिए वैश्विक बाजार की खिड़की खोलेगा.


ड्रैगन मार्ट से चीन को हुआ फायदा


अभी दुबई में चीन का ड्रैगन मार्ट पहले से चल रहा है. ड्रैगन मार्ट ने चीन की कंपनियों को दुनिया भर में अपने उत्पादों के लिए बाजार खोजने में मदद की है. चीन की अर्थव्यवस्था की तरक्की में मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट का बड़ा योगदान है. चीन को दुनिया की फैक्ट्री भी कह दिया जाता है. दुनिया की फैक्ट्री कहे जाने वाले चीन में जो सामान बनते हैं, ड्रैगन मार्ट उनके लिए बाजार सुनिश्चित करता है. तैयार होने और परिचालन शुरू हो जाने के बाद भारत मार्ट ठीक यही काम भारतीय विनिर्माताओं के लिए करने वाला है.


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