बारिश का मौसम पूरे उफान पर है. लगभग पूरा उत्तर भारत मॉनसून से कवर हो चुका है. मौसम के चलते कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ और तबाही का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी ओर यह मौसम कुछ लोगों के लिए बारिश के साथ राहत व खुशखबरी भी लेकर आया है. जी हां, यह मौसम उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है, जो घर बनाने की बढ़ती लगात से परेशान हो रहे थे.


अभी और आएगी भाव में कमी


अब ऐसे लोगों को बड़ी राहत मिली है. दरअसल देश के विभिन्न हिस्सों में टीएमटी सरिया बहुत सस्ता हो गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक ताजी रिपोर्ट की मानें तो टीएमटी सरिया की कीमतें अभी 24 महीने के निचले स्तर पर हैं. रिपोर्ट में आने वाले दिनों को लेकर भी सकारात्मक बातें कही गई हैं. रिपोर्ट कहती है कि सरिये की कीमतों में गिरावट का यह रुझान अगली कुछ तिमाहियों तक बना रह सकता है. मने आने वाले कुछ महीने तक सरिये के भाव कम होते जाएंगे.


टीएमटी सरिये का ये है ताजा भाव


पीटीआई ने रिसर्च फर्म स्टीलमिंट के हवाले से ये खबर दी है. स्टीलमिंट का कहना है कि ब्लास्ट फर्नेस यानी बीएफ से बनने वाले टीएमटी सरिया की कीमतें कम होकर 51,400 रुपये प्रति टन तक आ गई हैं. वहीं इंडक्शन फर्नेस यानी आईए) से बनने वाले टीएमटी सरिया का भाव तो कम होकर बस 47,493 रुपये प्रति टन रह गया है. स्टीलमिंट के ये भाव 23 जुलाई के हैं.


इन कारणों से आई रेट में नरमी


स्टीलमिंट का कहना है कि टीएमटी सरिया के भाव में अभी आई कमी का सबसे बड़ा कारण महंगाई का दबाव है. उसके हिसाब से आने वाली कुछ तिमाहियों तक सरिये के भाव में नरमी बरकरार रहने वाली है. वहीं इस गिरावट का एक फैक्टर मौसम भी है. अमूमन ऐसा होता है कि बारिश के महीनों में कंस्ट्रक्शन मटीरियल्स की कीमतें कम हो जाती हैं. इसका कारण है कि मौसम बदलने से निर्माण गतिविधियां प्रभावित होती हैं, जिससे डिमांड पर असर होता है.


लाख रुपये तक पहुंच गया था भाव


आपको बता दें कि मजबूत घर बनाने में सरिया का रोल बहुत बड़ा है. घर बनाने के कुल खर्च में इसकी भागीदारी भी काफी ज्यादा होती है. बीते दिनों सरिया के भाव रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए थे. एक समय बाजार में सरिये का भाव लाख रुपये टन तक पहुंच गया था. इस तरह देखें तो अभी सरिया न सिर्फ 2 साल में सबसे सस्ता है, बल्कि उच्च स्तर की तुलना में आधे से भी कम भाव पर उपलब्ध है.


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