ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के को-फाउंडर एवं सीईओ नितिन कामथ ने बाजार के निवेशकों को एक नए स्कैम के बारे में आगाह किया है. उन्होंने स्कैम के बारे में बताया है कि इसमें भारतीय निवेशकों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें चूना लगाया जा रहा है. कामथ ने इसे पिग बुचरिंग स्कैम बताया है.


जीरोधा सीईओ ने किया अलर्ट


जीरोधा सीईओ के अनुसार, स्कैमर फिशिंग वेबसाइट बना रहे हैं, जो भारतीय ब्रोकरेज फर्मों की नकल करती हैं. ऐसी कई वेबसाइटें लगातार बन रही हैं और उनके जरिए निवेशकों को चूना लगाया जा रहा है. उन्होंने इस बारे में निवेशकों को आगाह करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शनिवार को अपडेट शेयर किया.


चीन व इन देशों के स्कैमर


कामथ कहते हैं कि चाइनीज लोन ऐप स्कैम के बाद यह एक नए तरीके का स्कैम सामने आया है. ये स्कैम चीन व अन्य एशियाई देशों से संचालित हो रहे हैं. स्कैमर सैकड़ों ऐसी वेबसाइट व ऐप बना रहे हैं, जो देखने में भारतीय ब्रोकर्स की वेबसाइट व ऐप की तरह लगते हैं. इससे निवेशकों को धोखा हो जाता है. जो इन्वेस्टर क्लिक कर देते हैं, उनसे फेक ऐप इंस्टॉल कराया जाता है. उसके बाद उनसे पैसे ठग लिए जाते हैं.


क्या है पिग बुचरिंग स्कैम?


नितिन कामथ ने इस स्कैम को पिग बुचरिंग स्कैम बताया है. अब सवाल उठता है कि आखिर ये पिग बुचरिंग स्कैम क्या है और इसे ऐसा नाम क्यों मिला? जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, यह पिग यानी सुअर को काटने का अर्थ रखता है. सुअरों को मांस के लिए काटे जाने से पहले उसे खिला-पिलाकर मोटा-ताजा किया जाता है. इस स्कैम में स्कैमर भी कुछ ऐसा ही करते हैं.


स्कैम का मोडस ओपेरांडी


यहां पर स्कैमर बुचर की भूमिका में होते हैं, जबकि ठगे जाने वाले इन्वेस्टर सुअर की भूमिका में. स्कैमर पहले इन्वेस्टर को कमाई के झांसे देता है. इन्वेस्टर को शुरुआत में कुछ आकर्षक रिटर्न दिए जाते हैं. उससे इन्वेस्टर का लोभ बढ़ता है और वह दांव बढ़ाता जाता है. फिर रकम बढ़ते ही स्कैमर पूरा पैसा गायब कर देता है. तब जाकर इन्वेस्टर को समझ आता है कि वह ठगी का शिकार हो चुका है.


ऐसे करें ठगी से बचाव


इस तरह की ठगी से बचने का पहला उपाय है कि लोभ न करें. कोई भी ऐप या वेबसाइट आकर्षक रिटर्न का झांसा दे तो उससे दूर ही रहें. मैसेज या ईमेल से मिलने वाले संदेहास्पद लिंक पर कभी क्लिक न करें. अनाधिकृत स्रोतों से कोई ऐप डाउनलोड या इंस्टॉल न करें. इसी तरह के स्कैम क्रिप्टोकरेंसी में भी हो रहे हैं. ठगी से बचने के लिए निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है.


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