एमएसपी पर आंदोलन के बीच गेहूं खरीद लक्ष्य के 50 फीसदी के करीब पहुंची
सबसे अधिक गेहूं 80 लाख टन से पंजाब में खरीदा गया गया है. जबकि यहां खरीद देर से यानी 10 अप्रैल से शुरू हुई है.सबसे अधिक गेहूं 80 लाख टन से पंजाब में खरीदा गया गया है. जबकि यहां खरीद देर से यानी 10 अप्रैल से शुरू हुई है.
कृषि उत्पादों पर एमएसपी के सवाल पर किसानों के आंदोलनों बीच गेहूं की खरीद लक्ष्य के 50 फीसदी तक पहुंचने की ओर बढ़ रही है. रबी की गेहूं खरीद का सीजन शुरू हुए एक महीने भी नहीं हुआ है लेकिन सरकारी एजेंसियों की ओर से गेहूं खरीद इस सीजन के लक्ष्य के 50 फीसदी तक पहुंच चुकी है.
लक्ष्य से ज्यादा हो सकती है इस बार गेहूं खरीद
गेहूं खरीद की तेज रफ्तार और मार्केट के मौजूदा लो रेट को देखते हुए सरकार जरूरत से ज्यादा गेहूं खरीद सकती है. लेकि इससे इस स्टॉक को जल्द से जल्द निकालने का दबाव भी बढ़ जाएगा. इस बार गेहूं खरीद का पैसा सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है. पूरे देश में इस बार यही नियम लागू किया गया है. पंजाब पहले डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर सिस्टम के लिए तैयार नहीं था लेकिन अब वह भी सीधे किसानों खाते में खरीद का पैसा ट्रांसफर करने को तैयार हो गया है.
सबसे अधिक गेहूं खरीद पंजाब में, यूपी में सबसे कम
अब तक एफसीआई और राज्य के एजेंसी ने 2.23 करोड़ टन गेहूं खरीदा है. पिछले साल इस समय तक 70 लाख टन से अधिक गेहूं खरीदा गया था. सबसे अधिक गेहूं 80 लाख टन से पंजाब में खरीदा गया गया है. जबकि यहां खरीद देर से यानी 10 अप्रैल से शुरू हुई है. इसके बाद मध्य प्रदेश में 70 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है, मध्य प्रदेश में 52 लाख टन गेहूं खरीदा गया है. वहीं उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा अभी तक दस लाख टन भी नहीं पहुंच सका है. सरकारी एजेंसियों की ओर से गेहूं खरीद के बाद पंजाब के किसानों के खाते में 8,180 करोड़ रुपये पहुंच चुके है. हरियाणा के किसानों को 4,668 करोड़ रुपये मिले हैं. देश में गेहूं खरीद की इस स्कीम से 21.17 लाख किसानों को लाभ पहुंचा है.
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