Investment Tips: जब बैंक एफडी पर दे रहे हों बेहद कम इंटरेस्ट तो यहां करें निवेश, फायदे में रहेंगे
फिलहाल बैंक एफडी की ब्याज दरें का गिरना रुका है लेकिन अगले एक-डेढ़ साल में ये और कम हो सकते हैं.ऐसे में आपके पास कुछ ऐसे ऑप्शन हैं, जिनमें आप लंबे वक्त तक अपना पैसा निवेश कर 7 से 7.5 फीसदी तक रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
बैंकों के पास लगातार फंड लगातार बढ़ रहा है. कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से उन्हें इस फंड के लिए निवेश के सही माध्यम भी नहीं मिल रहे हैं. पर्याप्त फंड होने की वजह से वे ग्राहकों को एफडी पर बेहद कम ब्याज दे रहे हैं. ज्यादातर बैंकों की ब्याज दरें 6.25 (सीनियर सिटिजन के लिए) से लेकर 5 फीसदी के बीच है. फिलहाल बैंक एफडी की ब्याज दरें का गिरना रुका है लेकिन अगले एक-डेढ़ साल में ये और कम हो सकते हैं.ऐसे में आपके पास कुछ ऐसे ऑप्शन हैं, जिनमें आप लंबे वक्त तक अपना पैसा निवेश कर 7 से 7.5 फीसदी तक रिटर्न हासिल कर सकते हैं.
सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम
इसमें 60 साल से ऊपर के डिपोजिटर पैसा जमा कर सकते हैं. 55 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति जिन्होंने वीआरएस लिया है, वे इसमें पैसा जमा कर सकते हैं. इसमें पांच साल की लॉक-इन अवधि है. एफडी पर 7.4 फीसदी का ब्याज है. इसमें 80 सी के तहत टैक्स कटौती का लाभ मिलता है. अधिकतम 15 लाख तक जमा कर सकते हैं.
आरबीआई सेविंग्स बॉन्ड
आरबीआई सेविंग्स बॉन्ड पर 7.15 का फ्लोटिंग रेट है. पहले इस पर 7.75 फीसदी ब्याज था. निकट भविष्य में इसमें गिरावट के आसार नहीं है क्योंकि इसका ब्याज नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट से लिंक्ड है. एनएससी पर 6.8 फीसदी ब्याज मिल रहा है. एनएससी में बड़ी तादाद में रिटायर्ड लोग इनवेस्ट करते हैं. इसलिए ब्याज की दरें कम होने की गुंजाइश कम है.
पीपीएफ
पीपीएफ पर 7.1 ब्याज मिलता है. हालांकि इसका लॉक-इन पीरियड 15 साल का है. इस पर 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा है. साथ ही पांच साल के बाद आप इसमें से पैसा निकाल सकते हैं. 15 साल में मैच्योरिटी के बाद निवेश को पांच साल के मल्टीपल में बढ़ाया जा सकता है.
छोटे बैंक के एफडी
भले ही बड़े बैंक एफडी पर कम ब्याज दे रहे हैं. लेकिन छोटे बैंक पांच साल के डिपोजिट पर 7 फीसदी से ज्यादा का ब्याज दे रहे हैं. हालांकि थोड़ा जोखिम भी है. हाल में कई को-ऑपरेटिव बैंक दिवालिया हुए हैं. लिहाजा इसका ध्यान रख कर ही निवेश करें.