वर्ल्ड मार्केट में सिल्वर की कीमत बढ़ाने के पीछे चला अभियान, भारत में बरती जा रही है सतर्कता
वर्ल्ड मार्केट में पिछले सप्ताह में सिल्वर की कीमतों में काफी उछाल आई थी. इसके पीछे रेडिट के वॉलस्ट्रीटबेट्स पर सिल्वर को खरीदने के लिए चले अभियान का हाथ बताया जा रहा है.
पिछले एक सप्ताह के दौरान वर्ल्ड मार्केट में सिल्वर के रिटेल दाम में अचानक तेजी आई. इससे घरेलू मार्केट में भी चांदी के प्रति अचानक निवेशकों में दिलचस्पी पैदा होने लगी. पिछले सोमवार को सिल्वर फ्यूचर के दाम 13 फीसदी से अधिक बढ़ गए . यह आठ साल का सबसे ऊंचा स्तर था. दावा किया गया कि इस रैली में भी रेडिट यूजर्स का हाथ है. दरअसल इसके पिछले सप्ताह रेडिट वॉलस्ट्रीटबेट्स ग्रुप पर सिल्वर खरीदने के लिए पोस्ट किए गए थे और इसके बाद इसके दाम में छह फीसदी की तेजी आई थी.
क्या बैंकों को सबक सिखाने के लिए चला यह अभियान
बताया जा रहा है कि यह मकसद उन बैंकों को सबक सिखाने के लिए किया गया था, जो जानबूझ कर चांदी कीमत कम हुए हैं. हालांकि यह साफ नहीं हुआ है कि चांदी की भारी खरीदारी के पीछे इस अभियान का हाथ था या नहीं. कहा जा रहा है कि चांदी खरीदने के इस अभियान को हवा देने की वजह से चांदी की रिटेल खरीदारी इतनी बढ़ी की ज्वैलर्स के पास चांदी के सिक्कों की कमी पड़ गई. हालांकि फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन की ओर से इस पर नजर रखी जा रही है ताकि चांदी की कीमतों में इतनी तेजी न आए.
चांदी की कीमतों पर नजर
पिछले साल चांदी की कीमत काफी बढ़ गई थी. इसे गोल्ड से भी ज्यादा बड़ा एसेट क्लास माना जा रहा था. कोरोना संक्रमण के बाद औद्योगिक गतिविधियों में तेजी की वजह से भी चांदी की कीमत बढ़ी थी. लेकिन यह पहला मौका था कि जब चांदी कीमतों को बढ़ाने के लिए सुनियोजित तरीके से अभियान चलाया गया. हालांकि भारत में इस तरह के किसी भी अभियान पर नजर रखने की कोशिश की जा रही है. गोल्ड और सिल्वर मार्केट में कीमतों का घटना-बढ़ना काफी तेज गति से होता है. इसलिए निवेशकों की सुरक्षा के लिए ज्यादा सतर्कता की जरूरत होती है.
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