Who is Dhaval Buch?: कौन हैं सेबी चीफ के हसबैंड धवल बुच, अडानी-हिंडनबर्ग मसले में अब आया जिनका नाम?
Hindenburg Research Report: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा किए गए नए खुलासे के बाद सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का नाम सुर्खियों में है...
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च का नया खुलासा सामने आ चुका है. शनिवार की देर शाम किए गए खुलासे के बाद बाजार नियामक सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का नाम सुर्खियों में है. दरअसल अडानी समूह के साथ चल रही रस्साकशी के बीच हिंडनबर्ग ने एक दिन पहले आई अपनी ताजी रिपोर्ट में सेबी चीफ और उनके परिवार को निशाना बनाया है. खुलासे में आरोप लगाया गया है कि जिन ऑफशोर फंड में अडानी के पैसे लगे हुए थे, उसमें माधबी बुच के पति धवल बुच ने भी निवेश किया था.
अभी इन दिग्गज कंपनियों के साथ काम
धवल बुच इससे पहले भले ही खबरों की हेडलाइन नहीं बनते रहे हों, लेकिन कॉरपोरेट जगत में वे कोई अपरिचित नाम नहीं हैं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह अभी कई नामी वैश्विक कंपनियों के साथ जुड़े हुए हैं. वह दिग्गज रियल एस्टेट फर्म ब्लैकस्टोन के साथ सीनियर एडवाइजर के रूप में जुड़े हुए हैं. साथ ही वह अल्वारेज एंड मार्शल में भी एडवाइजर हैं और गिल्डान के बोर्ड में नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं.
यूनिलीवर में वरिष्ठ पदों पर किया काम
धवल बुच के पास कॉरपोरेट की दुनिया में काम करने का दशकों का लंबा अनुभव है, जिसमें उन्होंने कई नामी कंपनियों के साथ विभिन्न पदों पर काम किया है. वह पहले दिग्गज एफएमसीजी कंपनी यूनिलीवर के वरिष्ठ कार्यकारी रह चुके हैं. यूनिलीवर में धवल बुच एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे और बाद में चीफ प्रोक्यूरमेंट ऑफिसर के पद पर उन्हें पदोन्नत किया गया था.
आईआईटी दिल्ली से हुई है पढ़ाई
लिंक्डइन प्रोफाइल पर धवल बुच ने अपने परिचय में बताया है कि उनके पास प्रोक्यूरमेंट और सप्लाई चेन के सभी विभागों में काम करने का शानदार अनुभव है. पढ़ाई की बात करें तो सेबी चेयरपर्सन के हसबैंड आईआईटी दिल्ली जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान के साथ जुड़े रहे हैं. उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ दिल्ली (आईआईटी दिल्ली) से 1984 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन (बीटेक- मैकेनिकल इंजीनियरिंग) की पढ़ाई पूरी की.
हिंडनबर्ग के अनुसार मिलेनियर हैं धवल
हिंडनबर्ग की ताजी रिपोर्ट में व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों के आधार पर दावा किया गया है कि धवल बुच की नेटवर्थ 10 मिलियन डॉलर है. रिपोर्ट के अनुसार, अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी के पैसे बरमुडा और मॉरीशस बेस्ड जिन ऑफशोर फंड में लगे हुए थे, उनमें धवल बुच ने भी निवेश किया था. उस समय वह यूनिलीवर के साथ काम कर रहे थे.
बुच दंपति ने आरोपों को किया खारिज
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के द्वारा शनिवार को देर शाम में किए गए खुलासे के बाद रविवार की सुबह सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने संयुक्त बयान जारी कर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी. संयुक्त बयान में उन्होंने अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म के द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने दावा किया कि हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है.
सेबी ने हिंडनबर्ग को भेजा था शो कॉज नोटिस
हिंडनबर्ग का आरोप है कि सेबी चीफ के पति यानी धवल बुच के द्वारा अडानी परिवार से जुड़े फंड में निवेश करने से अडानी के साथ उनके फाइनेंशियल कनेक्शन साबित होते हैं. बकौल हिंडनबर्ग, इस कनेक्शन के चलते अडानी समूह के खिलाफ सेबी की जांच प्रभावित हुई है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने करीब डेढ़ साल पहले अडानी समूह के खिलाफ पहली रिपोर्ट जारी की थी और उसमें कई गंभीर आरोप लगाए थे. अडानी के ऊपर हिंडनबर्ग के आरोपों की सेबी के द्वारा जांच की जा रही है. सेबी ने उक्त मामले में अडानी के शेयरों की शॉर्ट सेलिंग करने को लेकर हिंडनबर्ग को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
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