Wholesale Inflation Data: देश में थोक महंगाई दर के आंकड़े में हल्का इजाफा देखा गया है और जनवरी-फरवरी के मुकाबले मार्च 2024 में इसमें बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारत सरकार ने आज थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी कर दिए हैं और ये मार्च में 0.53 फीसदी पर आ गई है. बता दें कि थोक महंगाई दर में महीने दर महीने वृद्धि दर्ज की जा रही है. इससे पिछले महीने यानी फरवरी 2024 में ये 0.27 फीसदी पर रही थी जबकि जनवरी में ये आंकड़ा 0.27 फीसदी पर रही थी.
क्यों आई थोक महंगाई दर में तेजी
केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि मार्च 2024 में खाद्य महंगाई में तेजी, बिजली, कच्चा तेल, पेट्रोलियम उत्पाद और नैचुरल गैस, मशीनरी और इक्विपमेंट के दामों में बढ़ोतरी और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की महंगाई के चलते थोक महंगाई दर में वृद्धि आई है. थोक महंगाई दर में वस्तुओं के थोक कारोबार और उनके थोक दाम में इजाफे को मापकर उसके हिसाब से आंकड़ा जारी किया जाता है.
जानें अलग-अलग श्रेणी के उत्पादों की थोक महंगाई दर
क्रूड पेट्रोलियम और नैचुरल गैस की थोक महंगाई दर 1.35 फीसदी पर रही जबकि खाने-पीने की वस्तुओं की महंगाई दर 1 फीसदी पर रही है.
मिनरल्स की थोक महंगाई दर 0.58 फीसदी पर रही है और नॉन-फूड आर्टिकल्स की महंगाई दर 0.44 फीसदी रिकॉर्ड की गई है.
बिजली के लिए थोक महंगाई दर 0.13 फीसदी पर रही है और मिनरल्स के लिए भी थोक महंगाई दर 0.13 फीसदी पर आई है.
इस आइटम की महंगाई दर घटी
फरवरी के मुकाबले मार्च में कोयले की महंगाई दर में गिरावट देखी गई है और ये गिरकर -0.15 फीसदी पर आई है. फरवरी के मुकाबले मार्च में कोयले की महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है. खाने-पीने के उत्पाद, मोटर वाहन, ट्रेलर और सेमी-ट्रेलर, रबर और प्लास्टिक प्रोडक्ट्स, मैन्यूफैक्चरिंग, केमिकल और केमिकल उत्पाद आदि की कीमतों में महीने-दर-महीने बढ़ोतरी देखी गई है. मशीनरी और उपकरण, बेस मेटल्स, फार्मास्यूटिकल्स, औषधीय रसायन और वनस्पति उत्पाद, कपड़ा, पहनने के परिधान को छोड़कर फैब्रिकेटेड मेटल प्रोडक्ट्स की कीमतों में इस बार गिरावट दर्ज की गई है.
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