Explainer: जानिए क्यों इस हफ्ते शेयर बाजार ने निवेशकों को किया मायूस, बाजार को किस बात का है डर
Explainer: इस हफ्ते सेंसेक्स में 1775 निफ्टी में 526 अंकों की गिरावट देखी गई.बाजार में किस बात का डर गहरा गया है जिसके चलते निवेशक बिकवाली कर रहे हैं. ये हैं बाजार में गिरावट के पांच कारण.
Why Stock Market is Falling: इस हफ्ते शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई. पिछले हफ्ते के शानदार तेजी के बाद निवेशकों और खासतौर से विदेशी संस्थागत निवेशकों को बिकवाली करते देखा गया. आंकड़ों को देखें को इस हफ्ते सेंसेक्स में 1775 और निफ्टी में 526 अंकों की कुल गिरावट देखी गई. पर सवाल उठता है बाजार में किस बात का डर गहरा गया है जिसके चलते निवेशकों को बिकवाली करते देखा जा रहा है. बाजार में गिरावट के पांच कारणों को टटोलते हैं.
1. कोरोना के नए वैरिएंट का असर
कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमीक्रॉन अपना पांव पसारता ही चला जा रहा है. खासतौर से यूरीपीय देशों में. डेनमार्क, साउथ अफ्रीका और यूके में ओमीक्रॉन के मरीजों की संख्य़ा दोगुनी हो चुकी है. ट्रैवल पर तो बंदिशें लग ही चुकी है निवेशकों को फिर से लॉकडाउन जैसी सख्ती का अंदेशा सता रहा है. कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को दफ्तर बुलाने के प्लान को रद्द कर दिया है. भारत में भी ओमीक्रॉन मरीजों की संख्या 100 के ऊपर जा पहुंची है. ऐसे में आर्थिक विकास की गाड़ी जो पटरी पर लौट रही थी उसके फिर से पटरी से उतरने का डर सताने लगा है. IMF से लेकर कई रेटिंग एजेंसियां ग्रोथ के आंकड़े घटा रही है. यही वजह है कि निवेशक बिकवाली कर रहे हैं.
2. महंगाई बढ़ने का असर
सभी देशों में महंगाई चरम पर है. अमेरिका में महंगाई 39 साल के उच्चतम स्तर 6.9 फीसदी पर जा पहुंची है तो यूके में नवंबर 2011 के बाद सबसे उच्चतम स्तर पर है. भारत में होलसेल महंगाई दर के आंकड़े 3 दशक के उच्चतम स्तर जा पहुंची है. खाने पीने की चीजों की बढ़ती कीमतों, महंगे ईंधन और मेटल्स के चलते नवंबर में थोकमुल्य आधारित महंगाई दर 14.23 फीसदी पर जा पहुंची है. बाजार को डर है कि इंडस्ट्री के लिए कच्चा माल महंगा होता जा रहा है ऐसे में कोई भी प्रोडक्ट बनाने की लागत बढ़ेगी जिसके चलते चीजें महंगी होती जाएगी ऐसे में कंपनियों का प्रॉफिट मार्जिन घट सकता है. ये भी बाजार के गिरने के प्रमुख कारणों में से एक है.
3. महंगाई बढ़ने से ब्याज दर बढ़ने का खतरा
बीते कई सालों से ब्याज दर बेहद कम था. लेकिन महंगाई के बढ़ने के चलते दुनिया के सभी सेंट्रल बैंक अपने पॉलिसी रेट्स बढ़ाने के संकेत दे रहे हैं. बैंक ऑफ इंग्लैंड ने तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी भी कर दी है. वहीं अमेरिका का फेडरल रिजर्व भी ब्याज दर बढ़ाने का संकेत दे चुका है. माना जा रहा है भारत में भी बढ़ती महंगाई के चलते आरबीआई को नए साल में ब्याज दर बढ़ाने का फैसला लेना पड़ सकता है.
4. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
शेयर बाजार में बिकवाली की प्रमुख वजहों में विदेशी निवेशकों को भी बेरुखी भी है. विदेशी निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार लगातार तेजी के चलते महंगा नजर आ रहा है. यही वजह है कि विदेशी निवेशकों ने नवंबर से लेकर अबतक 51,283 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे हैं.
4. क्रिसमस और न्यू ईयर की लंबी छुट्टी
क्रिसमस अगले हफ्ते है और केवल दो हफ्ते बाद ही पूरी दुनिया नए साल का जश्न मनाने वाली है. ज्यादातर देशों में क्रिसमस के पहले से नए साल के पहले हफ्ते तक छुट्टियां हो जाती है. जिसके चलते निवेशक बाजार में नई खरीदारी करने से बचते हैं ऐसे में बाजार में वॉल्यूम भी घट जाता है. खरीदारों की कमी के चलते बाजार में ये बिकवाली नजर आ रही है.