Pakistan Crisis: गिरफ्तार हुए इमरान, परेशान पाकिस्तान... अब करेंसी ने लगा दिया ऐतिहासिक गोता!
Why is Pakistani Rupee so weak: पड़ोसी देश पाकिस्तान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान अभी एक साथ राजनीतिक उथल-पुथल और आर्थिक संकट जैसी समस्याओं से घिरा हुआ है...
Pakistani Rupee Record Low: एक साथ कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहे पाकिस्तान को फिलहाल राहत मिल पाने की कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है. एक समस्या समाप्त नहीं होती है कि उससे बड़ी दूसरी समस्या सिर पर सवार हो जा रही है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हालात तेजी से बिगड़ते नजर आ रहे हैं. राजनीतिक बवंडर के बीच पाकिस्तान की करेंसी ने बड़ा गोता लगा दिया है.
भारत की तुलना में इतनी वैल्यू
फॉरेक्स मार्केट में पाकिस्तानी रुपया बुधवार को एक झटके में 1.3 फीसदी लुढ़क गया. इसके बाद अमेरिकी डॉलर की तुलना में पाकिस्तानी रुपये का भाव गिरकर 288.5 पर आ गया. भारतीय रुपये से तुलना करें तो अब पाकिस्तानी रुपये की वैल्यू साढ़े तीन गुणा कम हो चुकी है. इसका मतलब हुआ कि 1 भारतीय रुपये की वैल्यू 3.5 पाकिस्तान रुपये से ज्यादा है.
लगातार बना रहा गिरने का रिकॉर्ड
ट्रेडवेब के आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान के इंटरनेशनल बॉन्ड में भी भारी गिरावट देखी जा रही है. 2024 इश्यू वाला पाकिस्तानी इंटरनेशनल बॉन्ड बुधवार को 0.4 फीसदी गिर गया. पाकिस्तानी रुपया लगातार गिरने का रिकॉर्ड बनाता जा रहा है. मार्च महीने में यह डॉलर के मुकाबले 285.09 पर बंद हुआ था, जो तब तक का सबसे निचला स्तर था. उसके बाद अप्रैल की शुरुआत में यह गिरकर 287 के पार निकल गया था. अब इसने नया रिकॉर्ड बना दिया है.
पाकिस्तान में गृहयुद्ध के हालात
पाकिस्तान की करेंसी में यह ताजी गिरावट ऐसे समय आई है, जब पड़ोसी देश में राजनीतिक अस्थिरता चरम पर पहुंच गई है. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने के बाद संकट गंभीर स्थिति में है. देश में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं और सेना के खिलाफ पाकिस्तान की जनता ने मोर्चा खोल दिया है. इमरान खान के समर्थक देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं.
इतना बुरा है पाक का आर्थिक संकट
दूसरी ओर पाकिस्तान की आर्थिक मुसीबतें कम नहीं हुई हैं. महीनों से पाकिस्तानी जनता कमरतोड़ महंगाई से परेशान है. आम लोगों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि वहां आटा खरीदना हर किसी के लिए संभव नहीं है. इसी सप्ताह पाकिस्तान ने इतिहास में पहली बार अपनी हज सीट सरेंडर कर दी है. आईएमएफ से मिलने वाली राहत पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. पाकिस्तान के पास अब महज 4 बिलियन डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है, जो गिनती के दिनों के निर्यात खर्च को संभाल सकता है.
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