UPI Update: RBI गवर्नर बोले, UPI-RuPay को बनायेंगे ग्लोबल, सायबर सिक्योरिटी की मजबूती के लिए AI में निवेश पर दिया जोर
RBI Governor: आरबीआई गवर्नर ने सायबर सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए एआई में निवेश पर जोर दिया है.
RBI Update: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि अलग अलग जगहों से मिले शानदार रेस्पांस के बाद अब हम यूपीआई (UPI) और रुपे (RuPay) को ग्लोबल बनाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, विदेशी धरती पर यूपीआई के समान इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना, इंटरनेशनल मर्चेंट लोकेशन पर यूपीआई ऐप के जरिए क्यूआर कोड बेस्ड पेमेंट की स्वीकार्यता बढ़ाना और क्रॉस-बार्डर रेमीटेंस के लिए यूपीआई के साथ दूसरे देशों के फास्ट पेमेंट सिस्टम्स (FPS) के साथ इंटरलिकिंग हमारे प्राथमिकताओँ में शामिल है.
मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में अपने संबोधन में आरबीआई गवर्नर ने कहा, फाइनैंशियल सिस्टम में उपभोक्ताओं का भरोसा बनाए रखने के लिए मजबूत उपभोक्ता सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा, डिजिटल फाइनेंशियल सर्विसेज पर कंज्यूमर्स की निर्भरता बढ़ती जा रही है ऐसे में पर्सलनलाइज्ड, कुशल और सीमलेस अनुभव को लेकर उनकी उम्मीदें भी बढ़ती जा रही है.
शक्तिकांत दास ने कहा, मिस-सैलिंग और धोखाधड़ी जैसे पारंपरिक जोखिमों के साथ नई टेक्नोलॉजी के आने के बाद डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी उल्लंघनों जैसे जोखिम उपभोक्ताओं के सामने खड़ी हो गई हैं. उन्होंने कहा, रियल टाइम मॉनिटरिंग और रेगुलेटरी कम्पलॉयंस सुनिश्चित करने और इन चुनौतियों से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल करना जरूरी है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा, भ्रमित करने वाले बटन, हिडेन चार्ज और जबरदस्ती करना जैसा डार्क पैटर्न डिजिटल मार्केटप्लेस में सबसे बड़ी चुनौती बन गई है. उन्होंने कहा, भारत सरकार ने डार्क पैटर्न के रोकथाम और रेगुलेशन के लिए जो दिशानिर्देश जारी किए हैं उससे उपभोक्ताओं को बिजनेस में टेक्नोलॉजी के अनुचित प्रयोग से बचाने में मदद मिलेगी.
आरबीआई गवर्नर के मुताबिक, भारत के डिजिटल फाइनेंशियल इकोसिस्टम में सायबर सिक्योरिटी एक मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है. ज्यादातर फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन ऑनलाइन हो रहे हैं इससे सायबर सिक्योरिटी को लेकर खतरा भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में एआई जैसी टेक्नोलॉजी में निवेश कर पैदा हो रहे खतरे से निपटने में मदद मिल सकती है. उन्होंने कहा, सायबर सिक्योरिटी को लेकर उपभोक्ताओं और कर्मचारियों में जागरुकता अभियान सुरक्षित डिजिटल इकोनॉमी तैयार करने में बड़ी भूमिका अदा कर सकता है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा, रिजर्व बैंक का यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस ( Unified Lending Interface) के जरिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने कहा, आने वाले समय में यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस को पूरी क्षमता के साथ लॉन्च किया जाएगा. उन्होंने कहा, जनधन आधार मोबाइल - यूपीआई - यूएलआई भारत की डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की यात्रा में मील का पत्थर साबित होने वाला है.
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