Windfall Tax: भारत सरकार ने सोमवार 15 अप्रैल को देश में पेट्रोलियम क्रूड पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स को बढ़ा दिया है. इसे 6800 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 9600 रुपये प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया है. ये आज 16 अप्रैल से लागू हो गए हैं और यह विंडफॉल टैक्स डोमेस्टिकली प्रोड्यूस्ड क्रूड ऑयल यानी देश में उत्पादित कच्चे तेल के लिए है. हालांकि सरकार ने डीजल और एविएशन टरबाइन फ्यूल पर शून्य टैक्स लगाया है यानी इन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.
पिछली समीक्षा बैठक में भी बढ़ा था विंडफॉल टैक्स
इससे समीक्षा बैठक जो 4 अप्रैल 2024 को हुई थी उसमें भी पेट्रोलियम क्रूड पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाया गया था और इसे 4900 रुपये मीट्रिक टन से बढ़ाकर 6800 रुपये मीट्रिक टन किया गया था.
कच्चे तेल के दाम में दिख रही है हलचल
ईरान-इजरायल के बीच चल रहा तनाव इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर असर डाल रहा है. आज ब्रेंट क्रूड 91 डॉलर प्रति बैरल के रेट के आसपास जा रहा है और इसमें तेजी का ही रुख देखा जा रहा है. वैश्विक अस्थिरता का क्रूड ऑयल के भाव पर प्रभाव निगेटिव तौर पर ही पड़ता है और इसके कीमतों में उबाल आता है जैसा इस समय देखा जा रहा है.
पहले नहीं लगता था विंडफॉल टैक्स
भारत सरकार हर पखवाड़े यानी 15 दिनो में विंडफॉल टैक्स की दरों की समीक्षा करती है. ध्यान रहे कि भारत सरकार ने जुलाई 2022 में पहली बार कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स लगाया था और इससे पहले ये टैक्स नहीं लगाया जाता था. दरअसल सरकार ने पाया कि कुछ प्राइवेट रिफाइनरीज डीजल, पेट्रोल और एटीएफ की घरेलू बाजार में बिक्री नहीं करके उनका निर्यात कर रही थीं जिससे उन्हें ज्यादा मार्जिन मिल रहे थे. इसके बाद सरकार ने विंडफॉल टैक्स के तौर पर निर्यात पर लगने वाला एक तरह का टैक्स लागू किया जो स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के रूप में लगता है. हर पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को देखकर विंडफॉल टैक्स को घटाने या बढ़ाने का फैसला किया जाता है.
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