Wipro Share Buyback: तिमाही नतीजों के एलान के साथ ही विप्रो के बोर्ड ने शेयर बायबैक पर मुहर लगा दी है. कंपनी 12,000 करोड़ रुपये के वैल्यू के बराबर शेयर बायबैक करेगी. कंपनी ने एलान किया है कि ये बायबैक 445 रुपये प्रति शेयर के भाव पर किया जाएगा. यानि मौजूदा लेवल से निवेशकों को अपना शेयर सरेंडर करने पर 19 फीसदी का रिटर्न मिलेगा.
बोर्ड बैठक में कंपनी के डायरेक्टर्स ने 269,662,921 शेयर्स वापस खरीदेगी जो कंपनी के 4.91 फीसदी इक्विटी शेयर्स के बराबर है. कंपनी ने फैसला किया है कि ये बायबैक टेंडर रुट के जरिए किया जाएगा. विप्रो ने अपने बयान में कहा कि शेयरों का बायबैक मौजूदा शेयरधारकों से प्रस्तावित है. टेंडर ऑफर रूट के जरिए अनुपात में रिकॉर्ड डेट के आधार पर शेयरों का बायबैक किया जाएगा.
आने वाले दिनों में विप्रो बायबैक के प्रोसेस, रिकॉर्ड डेट, टाइमलाइन और दूसरे डिटेल्स की घोषणा करेगी. विप्रो के प्रमोटर्स ने भी बायबैक में हिस्सा लेने की इच्छा जताई है. हालांकि ये पोस्टल बैलट के जरिए शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा. कंपनी के प्रमोटर्स के पास 72.92 फीसदी हिस्सेदारी है. विदेशी निवेशकों के पास 6.42 फीसदी और म्यूचुअल फंड के पास 2.74 फीसदी हिस्सेदारी है.
विप्रो का शेयर लंबे समय से सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है. एक साल में शेयर में 30 फीसदी और दो साल में 21 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. विप्रो के शेयर को लेकर निवेशकों की उदासीनता नजर आ रही है. विप्रो के शेयर के सेंटीमेंट को बेहतर करने के लिए कंपनी ने शेयर बायबैक का फैसला किया है.
जिन निवेशकों के पास विप्रो के शेयर मौजूद है वे बेहतर मुनाफा कमाने के लिए बायबैक में शेयर को सरेंडर कर सकते हैं. पिछली बार विप्रो ने 2002-21 में शेयर बायबैक स्कीम लेकर आई थी. तब अजीम प्रेमजी से जुड़ी कंपनियों ने 9156 करोड़ रुपये के 22.89 करोड़ शेयर टेंडर किए थे. तब कंपनी ने 400 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयर बायबैक किया था. 2019 में कंपनी ने 325 रुपये प्रति शेयर के रेट पर बायबैक किया था.
ये भी पढ़ें
Indian Banking System: RBI गवर्नर को भी साइबर अटैक की हुई चिंता, जानें बैंकों को क्या दी सलाह