नई दिल्ली: दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर अबिदअली जेड नीमचवाला ने इस्तीफा देने का फैसला किया है. कंपनी के हवाले से आई खबर के अनुसार, 52 वर्षीय नीमचवाला अपने उत्तराधिकारी की नियुक्ति होने तक अपने पद पर बने रहेंगे. वहीं कंपनी की तरफ से इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को भी दे दी गई है.
कंपनी ने इसकी जानकारी साझा करते हुए कहा कि नीमचवाला ने पद छोड़ने का फैसला अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी के चलते लिया है. उन्होंने आगे कहा कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने नए सीईओ की खोज शुरू कर दी है.
कंपनी के विकास में नीमचवाला का योगदान
विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने कहा कि हम नीमचवाला की नेतृत्व और कंपनी के लिए उनके द्वारा किए गए योगदान के लिए आभारी हैं. कंपनी के बिजनेस को दुनिया भर में फैलने में उनके मजबूत लीडरशिप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
वहीं नीमचवाला ने कहा कि अपने बेहतर डेलिवर इंजन और संस्थागत आंतरिक मजबूती के चलते कंपनी बदलाव के दौर में भी अपने विकास को बेहतर बनाए रखने में सफल रही है.
उन्होंने आगे कहा कि विप्रो में काम करना मेरे लिए खास और सम्मान की बात है. कंपनी पिछले 75 सालों से अपनी समृद्धि विरासत को बनाए रखने में सफल रही है. उन्होंने इसका श्रेय अजीम प्रेमजी, राशिद, कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, साथ में काम करने वाले कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के सहयोग को दिया है.
आईटी इंडस्ट्री की कंपनी विप्रो के फाउंडर चेयरमैन अजीम प्रेमजी ने 30 जुलाई 2019 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद से उनके बेटे रिशद प्रेमजी कंपनी के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उसी समय से नीमचवाला कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ का पद संभाल रहे हैं.
दरअसल अजीम प्रेम जी को दुनिया एक बडे़ दान करने वाले उद्योगपति के रूप में जानती है. दुनिया की प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने उन्हें 2004 और 2011 में सबसे प्रभावशाली शख्स के रूप में सूचीबद्ध किया था.
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