Wipro: भारत की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो ने हाल ही में फ्रेशर्स को हायर किया है. विप्रो ने फ्रेशर्स की सैलरी साल के 6.5 लाख से घटाकर 3.5 लाख कर दी है. साथ ही इन ऑनबोर्ड ग्रेजुएट्स के सामने जल्द ही ज्वाइनिंग कराने का ऑफर भी कंपनी ने रखा है. इस ऑफर के साथ घटाई हुई सैलरी के बाद फ्रेशर्स ने क्या जवाब दिया- वो आपको चौंका सकता है.


कंपनी का स्टेटमेंट


विप्रो के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जतिन दलाल ने इकॉनोमिक टाइम्स को दिए बयान में बताया, "एसोसिएट्स को दोनों ऑप्शन दिए गए थे, जिसमें 92 फीसदी कैम्पस हायर्स ने लोअर ऑफर को मान लिया". इस 3.5 लाख प्रति साल के पैकेज पर नए जॉइनीज को हायर किया गया है. 


इसका मतलब है कि विप्रो के सैलरी घटाने के बावजूद भी 92 फीसदी फ्रेशर्स ऐसे रहे जिन्होंने इस ऑफर को मान लिया और कंपनी ज्वॉइन कर ली.


विप्रो में ज्वाइनिंग


विप्रो में पहले जहां 6.5 लाख प्रति साल के पैकेज पर फ्रेशर्स की ज्वाइनिंग कराई जाती थी, वही अब 3.5 लाख प्रति साल के पैकेज पर कराई जा रही है. इस सैलरी पर फ्रेशर्स को बैंगलोर हेडक्वार्टर की ओर से ई-मेल किया गया, जिसमें उन्हें इस घटाई हुई सैलरी पर जल्दी जॉइन करने का ऑफर दिया गया. विप्रो के जो सेलेक्टेड कैंडिडेट नहीं माने, उन्हें कंपनी ने अभी कोई ज्वाइनिंग डेट देने से इंकार किया है.


फ्रेशर्स को फायदा


विप्रो कंपनी के प्रवक्ता ने इस पर बताया कि विप्रो ने 2022 के ग्रेजुएट्स को ऑनबोर्ड कर रखा था. लेकिन, जरूरत के अनुसार ऑनबोर्ड प्लान को बदलना पड़ा. हम अच्छे ऑफर देने पर काम कर रहे हैं. अभी दिए गए ऑफर पर फ्रेशर्स को जल्दी जॉइन करने का मौका मिल रहा है. इससे फ्रेशर्स अपनी नई स्किल्स को बढ़ा पायेंगे और अपने सेक्टर के अनुसार विशेषता हासिल कर सकेंगे.


अजीम प्रेमजी की कंपनी है विप्रो


विप्रो कंपनी के संस्थापक भारत के बड़े उद्योगपति अजीम प्रेमजी हैं. इस कंपनी का नाम भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में शामिल है. 31 मार्च, 2023 तक आई रिपोर्ट के मुताबिक इस कंपनी में 2,56,921 लोग काम करते हैं. 


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