Wipro Legal Action: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) और कंपनी के पूर्व सीएफओ (CFO) रहे जतिन दलाल (Jatin Dalal) के बीच कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है. विप्रो ने बेंगलुरू की एक अदालत में जतिन दलाल के खिलाफ केस दर्ज कराया है जबकि पूर्व सीएफओ ने कोर्ट में मध्यस्थता की अपील दाखिल की है. यह केस किस आरोप में दाखिल किया गया है इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है. मामले की सुनवाई 3 जनवरी को होने वाली है. इसके अलावा कंपनी ने एक अन्य अधिकारी मोहम्मद हक (Mohammed Haque) पर भी गोपनीय जानकारियां चुराने के आरोप में कार्रवाई की है. 


इस्तीफा देकर कॉग्निजेंट से जुड़े थे दलाल 


जतिन दलाल ने विप्रो से सितंबर में इस्तीफा दे दिया था. इसके एक हफ्ते बाद कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी (Cognizant Technology Solutions) ने जतिन दलाल को अपना चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बना लिया था. सुनवाई के दौरान कोर्ट तय करेगा कि इस मामले को मध्यस्थता में भेजा जाना चाहिए या नहीं. 


20 साल विप्रो में रहे पूर्व सीएफओ 


जतिन दलाल ने 2002 में विप्रो को ज्वाइन किया था. कंपनी ने 2015 में उन्हें सीएफओ बना दिया था. उनके इस्तीफा देने के बाद अपर्णा अय्यर को विप्रो का सीएफओ बनाया गया था. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जतिन दलाल ने दिसंबर की शुरुआत में ही मध्यस्थता के लिए अदालत में अपील लगा दी थी.


कॉग्निजेंट ने एक साल में दो बड़े नाम अपने साथ जोड़े 


कॉग्निजेंट ने पिछले एक साल में दलाल के रूप से दूसरा बड़ा नाम अपने साथ जोड़ा था. उनसे पहले कंपनी ने जनवरी, 2023 में इंफोसिस के प्रेसिडेंट रवि कुमार एस को अपना सीईओ नियुक्त किया था. 


कॉन्ट्रेक्ट उल्लंघन और गोपनीय जानकारियां चुराने का आरोप


जतिन दलाल के अलावा विप्रो ने अपने एक और बड़े अधिकारी मोहम्मद हक पर कानूनी कार्रवाई की है. मोहम्मद हक कंपनी के लिए अमरीका में हैल्थकेयर एवं मेडिकल डिवाइस डिवीजन के प्रमुख थे. वह विप्रो में सीनियर वाईस प्रेसिडेंट के पद पर तैनात थे उन्होंने भी विप्रो छोड़ने के बाद कॉग्निजेंट को ही ज्वाइन किया था. मोहम्मद हक कॉग्निजेंट में सीनियर वाईस प्रेसिडेंट (लाइफ साइंसेज) के पद पर नियुक्त किए गए थे. उन पर विप्रो ने कॉन्ट्रेक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाया है. साथ ही उन पर पर्सनल जीमेल अकाउंट से गोपनीय जानकारियां मेल करने का आरोप भी है.


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