अच्छी सैलरी और हाई पोजिशन वाली नौकरियों से दूर भाग रहीं हैं महिलाएं! रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
Women in Workplace: महिलाएं योग्य होने के बावजूद अधिक सीनियर पोस्ट या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा सैलरी पर काम करने से हिचकिचाती हैं.
Women on workplace: महिलाएं योग्यता होने के बावजूद ऐसे पोस्ट के लिए अप्लाई करने से हिचकिचाती हैं, जिनमें सैलरी अधिक हो या जो अधिक एक्सपीरियंस मांग रहा हो, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है वह इसके लिए एलिजिबल नहीं हैं. इसका खुलासा हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में एसोसिएट प्रोफेसर कैथरीन कॉफमैन की एक रिसर्च में हुआ.
अपने इस रिसर्च के दौरान कैथरीन ने कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड का इंटरव्यू लिया था, जिन्होंने साल 2018 में फिजिक्स में नोबल पुरस्कार जीता था. उन्होंने डोना से पूछा था, इतना ज्ञान, इतना अनुभव होने के बावजूद भी वह प्रोफेसर क्यों नहीं बनीं ? इसके जवाब में डोना ने कहा था कि उन्होंने कभी अप्लाई ही नहीं किया.
100 परसेंट एलिजिबिलिटी पर महिलाएं करती हैं अप्लाई
कैथरीन ने अपने इस रिसर्च को इस कोट के साथ शेयर किया कि, पुरुष तब नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं जब वे 60 परसेंट तक एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं, जबकि महिलाएं तब अप्लाई करती हैं जब वे 100 परसेंट एलिजिबल होती हैं. इसका जिक्र पहले बड़ी आईटी कंपनी hp की नींव रखने वाले दो दोस्त विलियम रेडिंगटन हैवलेट और डेविड पैकार्ड ने किया था. इस पर अभी भी रिसर्च जारी है.
वर्कप्लेस में कॉन्फिडेंट नहीं फील करतीं महिलाएं
आमतौर पर महिलाएं अपने वर्कप्लेस में खुद को कॉन्फिडेंट महसूस नहीं कर पाती हैं. रिसर्च में यह भी बात खुलकर सामने आई है कि अगर कोई सेक्टर ऐसा हो जहां पुरुषों का बोलबाला अधिक हो जैसे कि मैनेजमेंट या एनालिटिक्स से जुड़ी कोई फील्ड, तो इसमें महिलाएं सामान्यत: अप्लाई नहीं करती हैं. महिलाएं अप्लाई तभी करती हैं, जब उन्हें उनके जॉब रोल के बारे में अच्छे से पता होता है.
महिलाएं कम सैलरी वाली नौकरियों के लिए करती हैं अप्लाई
महिलाएं पुरुषों के मुकाबले कम सैलरी वाली नौकरियों के लिए अधिक आवेदन करती हैं, भले ही योग्यता के मामले में दोनों बराबर हो. 2022 में “Words Matter: Gender, Jobs and Applicant Behaviour की टाइटल से एक रिसर्च किया गया, जिसमें नौकरी के लिए दिए गए एक विज्ञापन और उस पर आए एप्लीकेशंस की बारीकी से जांच की गई. इसमें 1,57,888 पोस्ट की गई नौकरियों के लिए आए 6.45 मिलियन एप्लीकेशंस को जांचा गया, तो रिसर्चरों ने पाया कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 3.7 परसेंट कम सैलरी वाली नौकरियों के लिए अप्लाई करती हैं, जबकि योग्यता जैसे कि उम्र, शिक्षा, शहर या राज्य भले ही दोनों का एक ही क्यों न हो.
इस वजह से भी देखा जाता है अंतर
कई बार अंतर तब देखा जाता है, जब जॉब के लिए किसी खास चीज की डिमांड होती है. जैसे कि अगर किसी काम में करियर को फिर से शुरू करने या वर्क फ्रॉम होम का जिक्र होता है तो महिलाएं उसके लिए अधिक अप्लाई करती हैं. वहीं अगर आपका जॉब नाइट शिफ्ट या ज्यादा ट्रैवल करना डिमांड करता है, तो इसमें महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक इंटरेस्ट दिखाते हैं. अधिकतर उन नौकरियों में भी पुरुषों की संख्या अधिक होती हैं, जिनमें फील्ड वर्क करने की जरूरत पड़ती है.
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