Global Economy Outlook: वर्ल्ड बैंक ने 2023 के ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक में मामूली सुधार किया है. विश्व बैंक ने कहा कि 2023 में ग्लोबल ग्रोथ रेट 2 फीसदी रह सकता है. जनवरी में विश्व बैंक ने ग्लोबल ग्रोथ रेट 1.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. लेकिन विश्व बैंक के मुताबिक 2022 के मुकाबले 2023 में ग्रोथ रेट के कम रहने के चलते विकासशील देशों पर कर्ज के बोझ बढ़ने के साथ ही संकट में इजाफा होगा. 


विश्व बैंक के प्रेसीडेंट डेविड मलपास ने एक मीडिया बको संबोधित करते हुए कहा कि ग्लोबल ग्रोथ रेट में सुधार का अनुमान जताया जा रहा है वो चीन के चलते हैं. उन्होंने कहा कि चीन में कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन की बंदिशों में ढील दी गई है. जिसके बाद ग्लोबल ग्रोथ रेट में सुधार किया गया है. विश्व बैंक ने जनवरी महीने में अपने ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉसपेक्ट रिपोर्ट में चीन के ग्रोथ रेट 4.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया था जिसे अब बढ़ाकर 5.1 फीसदी कर दिया गया है.    


डेविड मलपास ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था जैसी एडवांस इकोनॉमी भी वर्ल्ड बैंक के पूर्वानुमान से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.  हालांकि उन्होंने बैंकिंग सेक्टर को लेकर गहराते संकट और कच्चे तेल के दामों में उछाल को लेकर आगाह किया है. उन्होंने कहा कि इन दोनों कारणों के चलते इस वर्ष की दूसरी तिमाही में दबाव देखा जा सकता है. डेविड मलपास ने कहा कि चीनी अधिकारियों के साथ होने वाली टेक्निकल मीटिंग में गरीब देशों के लिए कर्ज उपलब्ध कराने को लेकर रास्ता तैयार करने में मदद मिल सकती है.  उन्होंने कहा कि चीन को इसका राजनैतिक फायदा भी होगा.  


इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जियोर्जिएवा (Kristalina Georgieva) ने कहा था कि 2023 में वैश्विक आर्थिक ग्रोथ रेट ( Global Economic Growth Rate) के सुस्त पड़ने की आशंका है. उन्होंने ग्लोबल आर्थिक स्लोडाउन ( Global Economic Slowdown) के चलते वैश्विक स्तर पर गरीबी ( Poverty) और भूखमरी (Hunger) बढ़ने का खतरा का मंडरा रहा है. क्रिस्टालिना जियोर्जिएवा ने कहा कि अगले पांच वर्षों तक आर्थिक विकास दर 3 फीसदी के आसपास ही रहने की उम्मीद है. 


ये भी पढ़ें 


Home Loan: जानिए, क्यों 75 लाख रुपये से ज्यादा के होम लोन लेने पर देना होगा ज्यादा ब्याज?