Global Growth Outlook: विश्व बैंक ने कहा, महंगे कर्ज के चलते वैश्विक आर्थिक विकास को लगेगा झटका, 2023 में 2.1 फीसदी रहेगा ग्रोथ रेट
World Bank: जनवरी महीने में विश्व बैंक ने 2023 में ग्लोबल ग्रोथ रेट यानि जीडीपी 1.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था.
World Bank On Global Growth Outlook: विश्व बैंक ने एक बार फिर वैश्विक ग्रोथ आउटलुक को घटा दिया है. दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों के ब्याज दरों में भारी भरकम बढ़ोतरी करने के फैसले के चलते वर्ल्ड बैंक ने 2023 के लिए ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक को घटाकर 2.1 फीसदी कर दिया है.
अपने लेटेस्ट आउटलुक में वर्ल्ड बैंक ने कहा कि 2022 में जहां वैश्विक ग्रोथ 3.1 फीसदी रहा है वहीं 2023 में ये केवल 2.1 फीसदी रहने का अनुमान है. विश्व बैंक ने 2024 के ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक को भी घटाकर 2.4 फीसदी कर दिया है जिसे पहले जनवरी 2023 में 2.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया था. विश्व बैंक का कहना है कि सेंट्रल बैंकों की सख्त मॉनिटरी पॉलिसी का असर कारोबार से लेकर रेशिडेंशियल इंवेस्टमेंट पर देखा जा रहा है.
इस वर्ष जनवरी में विश्व बैंक ने 2023 में ग्लोबल ग्रोथ रेट यानि जीडीपी 1.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. लेकिन हाल के महीनों में अर्थव्यवस्थाओं में सुधार के बाद उसे बढ़ाकर 2.1 फीसदी कर दिया गया है. लेकिन 2024 के लिए 2.7 फीसदी से घटाकर 2.4 फीसदी कर दिया गया है.
विश्व बैंक ने अपने रिपोर्ट में कहा कि 2023 की दूसरी छमाही में ग्लोबल ग्रोथ की रफ्तार धीमी होगी और ये कमजोरी 2024 में भी जारी रहेगी. बैंकों के संकट और सख्त मॉनिटरी पॉलिसी और देखने को मिला तो ग्लोबल ग्रोथ में और कमी आ सकती है.
दरअसल अमेरिका के फेडरल रिजर्व से लेकर भारत के आरबीआई और ब्रिटेन के बैंक ऑफ इंग्लैंड जैसे सेंट्रल बैंकों ने रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद तेजी से बढ़ी महंगाई पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरों में जो बढ़ोतरी की है उसका असर आर्थिक विकास की रफ्तार पर देखा जा रहा है.
विश्व बैंक ने अमेरिका के आर्थिक विकास में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है. अपने अनुमान में विश्व बैंक ने कहा है कि अमेरिका का इकोनॉमिक ग्रोथ रेट 1.1 फीसदी इस वर्ष रह सकता है जो जनवरी में जताये गए अनुमान के मुकाबले दोगुना है.
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